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नागौर। नागौर पुलिस ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी और तेज-तर्रार कार्यशैली का परिचय दिया है। अपहरण के एक सनसनीखेज मामले में डीएसटी और थाना मेड़ता सिटी पुलिस ने महज 4 घंटे के भीतर अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया और एक नामजद आरोपी को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। यह त्वरित कार्रवाई नागौर पुलिस के बेहतरीन सामंजस्य, फील्ड इंटेलिजेंस और आधुनिक तकनीकी अनुसंधान का बेजोड़ उदाहरण है।
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एसपी नारायण टोगस ने बताया कि गुरुवार 12 जून की देर रात मेड़तासिटी थाना क्षेत्र में अनिल सोनी नामक युवक का उसके घर से ही कुछ अज्ञात बदमाश अपहरण कर ले गए थे। बदमाशों ने युवक को छोड़ने के एवज में उसके परिजनों से 7 लाख रुपये की मोटी फिरौती की मांग की थी, जिससे परिवार में हड़कंप मच गया।
अपहरण की कहानी
आज सुबह 13 जून को पीड़ित के परिजन धनराज सोनी ने मेड़तासिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि अनिल सोनी (25) रात करीब 10 बजे कृष्णा अस्पताल के पास अपने मकान में सो रहा था, तभी 5-6 लोग पड़ोसी की दीवार फांदकर घर में घुसे और अनिल का अपहरण कर उसे गाड़ी में बिठाकर ले गए। थोड़ी देर बाद ही उनके व्हाट्सएप पर कॉल आया, जिसमें अनिल को छोड़ने के लिए 7 लाख रुपये की मांग की गई। अनिल के साथ सो रहे युवक नैनाराम ने भी इस घटना की सूचना परिजनों को दी थी। धनराज सोनी ने अपनी रिपोर्ट में आकाश फोगारिया निवासी चूंदिया के साथ-साथ महेंद्र मुंडेल, हाथीराम निवासी हंसियास और कपिल जाट जैसे कुछ अन्य लड़कों पर भी शक जाहिर किया और बताया कि इन सबने रमेश दायमा के होटल पर ही अपहरण की पूरी प्लानिंग की थी।
पुलिस की बिजली-सी रफ्तार
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी नारायण टोगस के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार व सीओ मेड़ता रामकरण सिंह मलिंडा के पर्यवेक्षण में तत्काल विशेष टीमों का गठन किया गया। एसएचओ मेड़ता सिटी धर्मेश दायमा और डीएसटी मेड़तासिटी के प्रभारी उप निरीक्षक विजयसिंह रावत के नेतृत्व में इन टीमों ने सूचना मिलते ही मोर्चा संभाल लिया।
पुलिस ने बिना एक पल गंवाए पूरे क्षेत्र में नाकाबंदी कर दी और बदमाशों का लगातार पीछा करना शुरू किया। इसी दबाव और बेहतरीन रणनीति का नतीजा था कि महज 4 घंटे के भीतर पुलिस ने अपहृत अनिल पुत्र अशोक सोनी को सकुशल दस्तयाब कर लिया। साथ ही नामजद आरोपी हाथीराम जाट पुत्र घेवरराम निवासी हंसियास थाना मेड़तारोड को रजलानी फॉटा के पास से धर दबोचा गया।
आरोपी हाथीराम को पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस टीमें लगातार जुटी हुई हैं। नागौर पुलिस की इस त्वरित और सफल कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अपराध चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, पुलिस अपनी सक्रियता और सूझबूझ से अपराधियों के मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देती।
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