जैसलमेर । चार दिवसीय मरू महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार
को सोनार दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मन्दिर में महाआरती का
आयोजन किया गया साथ ही शोभायात्रा निकाली गई । ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मरू लोक संस्कृति से ओत-प्रोत रही शोभायात्रा—
मरु
महोत्सव में सोनार दुर्ग से पूनमसिंह स्टेडियम तक निकली गई शोभायात्रा ने
जैसलमेर के बाशिन्दों को ही नहीं बल्कि देशी-विदेशी पर्यटकों को भी मरु
लोक संस्कृति से रूबरू कराया। शोभायात्रा का नगर वासियों ने अपने घरों की
छतों से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। शहरवासियों ने महोत्सव को उत्सव के
रूप में लिया और इसमे बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी निभाई। शोभायात्रा की एक झलक
पाने के लिए मार्ग के दोनों तरफ एवं घरों की छतों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा।
सीमा सुरक्षा बल के सजे-धजे ऊँट व उन पर बैठे बांके जवान आकर्षण का केन्द्र रहे—
बीएसएफ
के सजे-धजे ऊंट उन पर सवार बीएसएफ के जांबाज आकर्षण का केंद्र रहे।
शोभायात्रा में केमल माउण्टेन बैंड वादकों का समूह, मंगल—कलश लिए बालिकाएं,
लोक कलाकारों का कारवां दुर्ग से प्रारंभ हो कर शहर में मुख्य मार्ग से
होती हुई शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पहुंच कर शानदार समारोह में परिवर्तित हो
गई। शोभायात्रा में सीमा सुरक्षा बल के उपसमादेष्टा श्री मनोहर सिंह शेखावत
के नेतृत्व में सजे-धजे ऊँटों पर शाही पोषाक में अपने हाथों में भाले लिए
हुए बांके जवान सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र रहे। देशी-विदेशी सैलानियों ने
इस मनोरम दृश्य को अपने कैमरों में कैद कर लिया।
केसीआर ने मुझे बीआरएस को एनडीए में शामिल करने का अनुरोध किया था : पीएम मोदी
भाजपा ने कांग्रेस और न्यूजक्लिक के चीन कनेक्शन पर उठाया सवाल, गांधी परिवार को बताया 'चाइनीज गांधी'
पारुल ने चीन में लहराया तिरंगा, 5,000 मीटर की रेस में जीता गोल्ड
Daily Horoscope