जयपुर। किसानों ने शुक्रवार को पूर्वी नहर परियोजना से जयपुर जिले की सभी तहसीलो को जोड़ने की मांग को लेकर कलेक्ट्री कार्यालय के बाहर हुंकार भरी। भारतीय किसान संघ से जुडे हुए किसानों की मुख्य मांग यह थी कि गत वर्षों से चली आ रही पूर्वी नहर से जयपुर जिले की सभी तहसीलो को जोडने की स्थिति स्पष्ट करें और यमुना नदी से अभी राजस्थान को 1 .119 बीसीएम पानी मिलता है,उस पानी की मात्रा बढाई जाए। गौरतलब है कि जयपुर जिले की विराटनगर, कोटपूतली, शाहपुरा ,चौमू, बस्सी तहसील का नाम अभी तक किसी भी योजना में शामिल नहीं है। सरकार के पास अभी तक स्पष्ट रोडमेप नहीं है की जयपुर जिले में पानी कहां से आएगा कब तक आएगा । इन मांगों को लेकर किसानों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। संभाग प्रचार प्रमुख डा लोकेश कुमार चन्देल ने बताया कि ज्ञापन में भारतीय किसान संघ ने जयपुर जिले में पानी के अभाव से बोरिंग फेल हो गए हैं, कुएं सुख गए ,तालाब, बावडिया में वर्षो से पानी नहीं आया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
किसान संघ लगातार सरकारों से ज्ञापन के माध्यम से मांग कर रहा है कि जयपुर जिले को पानी कब मिलेगा। इससे पूर्व धरने को सम्बोधित करते हुए डा. साँवरमल सोलेट ने कहा है कि किसानों को भूमि में पानी खत्म हो गया है, इसके अभाव जमीन बंजर हो रही है। किसान अब दो जून की रोटी के लिए शहर में मजदूरी करने के लिए पलायन हो रहा है। चारे की क़ीमतें आसमान छू रही है किसानों के सामने परिवार पालने का संकट आ गया है। धरने को सम्बोधित करते हुए प्रांत अध्यक्ष कालूराम बागडा ने कहा है कि किसान अब चुप नहीं बैठेगा । जिला मंत्री लक्ष्मीनारायण यादव ने कहा कि आने वाले समय में इस मुद्दे को लेकर ग्राम सभाए करेंगे
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