जयपुर। प्रदेश में नवजात शिशु की प्रसव केन्द्रों पर कुशल देखभाल के लिए नर्सिंगकर्मियों का दो दिवसीय पायलट प्रशिक्षण बुधवार को राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण संस्थान (सीफू) में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में केन्द्रीय प्रशिक्षकों द्वारा 15 जिलों के 30 नर्सिंगकर्मियों को नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तकनीकी पहलुओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक नवीन जैन ने बताया कि एनएचएम के तहत प्रदेश के 2065 डिलीवरी पाइन्ट्स पर कार्यरत जीएनएम व एएनएम स्तर के कार्मिकों को नवजात शिशु की कुशल देखभाल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए पायलट प्रशिक्षण के तौर पर यह प्रशिक्षण आयोजित जा रहा है। इसके बाद अन्य प्रसव केन्द्रों के समस्त नर्सिंगकर्मियों को सीफू के कार्डिनेशन तथा निपी के तकनीकी सहयोग से प्रशिक्षित किया जाएगा। जैन ने बताया कि नई दिल्ली से आए राष्ट्रीय संदर्भ प्रशिक्षक डॉ. सुषमा नागिया व डॉ. पी.के. प्रभाकर तथा डवलपमेंट पार्टनर निपी के प्रशिक्षक प्रशिक्षण दे रहे हैं। प्रशिक्षण में नवजात शिशु में सांस लेने में तकलीफ, कम वजन के शिशुओं को गर्म रखकर विशेष देखभाल करना, स्तनपान की सही प्रक्रिया एवं शिशुओं में खतरे के 9 लक्षणों की शीघ्र पहचान कर प्रारंभिक उपचार की महत्वपूर्ण विधियों की जानकारी दी जाएगी।
निदेशक आरसीएच डॉ. एस.एन.मित्तल ने बताया कि पायलट प्रशिक्षण के आधार पर निपी के तकनीकी सहयोग से प्रशिक्षण पैकेज तैयार किया जाएगा एवं समस्त जिलों के आगामी प्रशिक्षणों में इनका उपयोग किया जाएगा। प्रशिक्षण के पहले दिन निदेशक सीफू डॉ. अमीता कश्यप, परियोजना निदेशक शिशु स्वास्थ्य डॉ. रोमिल सिंह, निपी के डॉ. हरीश कुमार सहित संबंधित विशेषज्ञों ने जानकारी दी।
लोकसभा चुनाव 2024: 3 बजे तक बिहार में 39.73%,J&K में 57.09% मतदान दर्ज,सबसे अधिक त्रिपुरा में 68.35% मतदान
त्वरित विश्लेषण - राजस्थान में 12 लोकसभा सीटों पर हो रहे चुनावों में बीजेपी-कांग्रेस में क्या कांटे की टक्कर है या बीजेपी को बढ़त मिल रही है...यहां पढ़िए
लोकसभा चुनाव 2024 : पहले चरण में इन दिग्गज नेताओं की दांव पर किस्मत
Daily Horoscope