जयपुर। टोंक रोड पर तरुछाया नगर के पास स्थित व्यावसायिक प्रोजेक्ट फिनटेक पार्क का विरोध बढ़ता जा रहा है। सांगानेर से ईपी चौराहे तक पूरा क्षेत्र भारी वाहनों के लिए नो एंट्री जोन है। इसके बावजूद बड़े-बड़े ट्रोले और ट्रेक्टर तरुछाया नगर कॉलोनी की अंदरूनी सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इनसे परेशान तरुछाया नगर के लोगों ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है। इसके साथ ही थानाधिकारी सांगानेर, ट्रैफिक एडीजी निहाल सिंह और राजेंद्र सिसोदिया को भी दी है।
तरुछाया नगर कॉलोनी के लोगों का कहना है कि रीको अधिकारी ठेकेदार से रात-दिन काम करवा रहे हैं। हालत यह है कि ड्राइवर नींद में भी जेसीबी चला रहा है। वह कभी रात 1 बजे तो कभी तड़के 4 बजे जेसीबी को स्टार्ट करके धमकाता है कि मैडम जी मुझे नींद आ रही है। इस जेसीबी से दूर हट जाओ। अगर कुछ हो गया तो मुझे मत कहना। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
स्थानीय लोगों का कहना है कि फिनटेक पार्क के नाम पर यहां रीको अधिकारियों द्वारा सैकड़ों हरे पेड़ कटवा दिए गए हैं। अभी भी पेड़ों को कटवाया जा रहा है। यहां चल रहे गैरकानूनी कार्यों में रीको के तमाम अफसर मौन सहमति दे रहे हैं। यहां कभी भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। क्योंकि कुछ साल पहले भी तरुछाया नगर में ट्रक से कुचलकर एक बच्चे की मौत हो गई थी।
तरुछाया नगर में बड़े झगड़े की आशंकाः
तरूछाया नगर में बड़े झगड़े यानि मरने-मारने वाली स्थिति बनने की आशंका है। क्योंकि यहां के लोगों ने अब खुद ही कॉलोनी में से गुजरने वाले ट्रोले और ट्रकों को रोकने का फैसला किया है। बता दें कि ठेकेदार द्वारा यहां से बड़े-बड़े ट्रोले में सीमेंट के कंक्रीट के भारी-भरकम बॉक्स ट्रोले के जरिए साइट पर पहुंचाए जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि रीको के उच्चाधिकारियों, पुलिस और जिला प्रशासन को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी), हाईकोर्ट के फैसले और इंडस्ट्रीज की साइटिंग गाइड लाइन की जानकारी दी जा चुकी है। उन्हें यहां तत्काल प्रभाव से काम रोकना चाहिए।
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