जयपुर। राज्य सरकार ने नवगठित ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों में कार्यों के संचालन के लिए 2167 नए पद सृजित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में वित्त विभाग के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रस्ताव के अनुसार, विगत दिनों प्रदेश के विभिन्न जिलों में 57 नई पंचायत समितियों और 1456 नई ग्राम पंचायतों का गठन किया गया है। इन संस्थाओं के कार्यालयों तथा विभिन्न गतिविधियों के सफल संचालन के लिए विभिन्न स्तर के कार्मिकों के पदों का सृजन और उन पर नियुक्ति अतिआवश्यक है।
इस क्रम में, पंचायती राज विभाग के प्रस्ताव पर विकास अधिकारी, अतिरिक्त विकास अधिकारी, प्रगति प्रसार अधिकारी, कार्यालय सहायक, वरिष्ठ लिपिक, सहायक लेखाधिकारी- प्रथम और सहायक लेखाधिकारी-द्वितीय के 57-57 पद, कनिष्ठ अभियंता, कनिष्ठ लिपिक तथा सहायक कर्मचारी के 114-114 पद और ग्राम विकास अधिकारी के 1426 पदों सहित कुल 2167 पदों के सृजन को मंजूरी दी गई है।
गौरतलब है कि इन पदों पर भर्ती से नवगठित पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों का कार्य संचालन सुचारू रूप से चल सकेगा। साथ ही, बड़ी संख्या में युवाओं को इन पदों पर नियुक्ति के लिए अवसर मिलेंगे। नवसृजित पंचायती राज संस्थाओं के प्रस्तावित पदों पर नियुक्तियों से राज्य सरकार पर प्रतिवर्ष 77.14 करोड़ रूपये का वित्तीय भार अनुमानित है।
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