दौसा। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर किसान महापंचायत 24 जनवरी को दौसा जिले से आंदोलन शुरू करेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में इसके तहत पहले दिन जिला मुख्यालय यानि कलेक्ट्रेट पर धरना दिया जाएगा।
रामपाल जाट ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में पानी की मात्रा वर्ष 2017 की डीपीआर के अनुसार 3510 मिलियन घन मीटर से कम नहीं होने देने, इस परियोजना का कार्य 50% की जल निर्भरता के आधार पर रखे जाने, इसे 2 वर्ष में धरातल पर उतारने के लिए आगामी बजट या लेखानुदान में इस परियोजना का संपूर्ण लागत का आवंटन करने, राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर केंद्र से कुल लागत की 90% राशि प्राप्त करने, राजस्थान की इस जीवन दायनी परियोजना को सर्वोच्च महत्व देते हुए एवं सिंचाई प्रधान रखने का एमओयू में प्रावधान कराना शामिल है।
इस संबंध में जिला कलेक्टर दौसा और उपखंड अधिकारी दौसा को निर्धारित प्रपत्र में धरने की सूचना दे दी गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस धरने में भरतपुर से इंदल सिंह एवं मोहन गुर्जर, परियोजना के संघर्ष के प्रवक्ता भरत लाल अगावली, पवन भजाक, वचन सिंह गुर्जर, ख्याली राम मीणा, बाबूलाल गुर्जर, लालसोट से कमलेश लोटन एवं रवि कुमार, महिलाओं में अगवा राजेश्वरी मीणा, अनीता बापलावत, सौम्या मीणा के अतिरिक्त करौली, सवाई माधोपुर, गंगापुर एवं अलवर जिले के संघर्ष प्रतिनिधि भाग लेंगे।
जाट ने बताया कि 9 जनवरी को किसानों ने जिला कलेक्टरेट दौसा पर धरना देकर संघर्ष का शंखनाद किया था। उसके बाद भी सरकार की ओर से सकारात्मक संकेत नहीं आने से धरना आरंभ करने का निश्चय किया है। इसके पूर्व 30 दिसंबर को भगवान देवनारायण मंदिर में किसान प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित कर सरकार को चेताया था।
फेक न्यूज पर सोशल मीडिया को जवाबदेही बनाने के लिए भारत प्रतिबद्ध : केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव
मुख्यमंत्री काफिले में हादसा : घायल एएसआई ने इलाज के दौरान दम तोड़ा, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
शेहला राशिद ने 370 से पहले घाटी में सेना की कार्रवाई पर एजेंडा चलाने वालों को किया 'बेनकाब'
Daily Horoscope