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दौसा। जिले के महवा स्थित पावटा गांव में शनिवार को ऐतिहासिक डोलची होली हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अनूठी परंपरा में देवर-भाभी के बीच पानी से सराबोर होली खेली जाती है, जो भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक मानी जाती है। कार्यक्रम में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और ग्रामीणों के साथ रंगों और पानी की इस अनोखी होली का आनंद लिया।
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डोलची होली की यह परंपरा गांव के वीर योद्धा शहीद बल्लू सिंह की याद में मनाई जाती है। हर साल होली के बाद दूज को आयोजित होने वाले इस आयोजन में लोग डोलची में पानी भरकर एक-दूसरे की पीठ पर डालते हैं, जो शहीद को श्रद्धांजलि देने का एक प्रतीकात्मक तरीका है।
व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम
ग्राम पंचायत द्वारा आयोजन के लिए हदीरा मैदान में व्यापक इंतजाम किए गए। हजारों लोगों के लिए बैठने और कार्यक्रम देखने की व्यवस्था की गई थी। पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए, जिससे पूरा आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
नौटंकी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
डोलची होली के बाद रात्रि में नौटंकी का भी आयोजन किया गया, जिसने इस परंपरा में एक सांस्कृतिक रंग भर दिया। दूर-दूर से आए लोगों ने इस उत्सव का भरपूर आनंद लिया और पूरे गांव में उत्सव जैसा माहौल बना रहा।
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने इस अवसर पर कहा कि "यह परंपरा हमारी संस्कृति और धरोहर को सहेजने का कार्य करती है। हमें अपनी परंपराओं को जीवंत बनाए रखना चाहिए।" उन्होंने सभी को होली की शुभकामनाएं दीं और शहीद बल्लू सिंह को नमन किया।
सदियों से जीवंत परंपरा
डोलची होली पावटा गांव की पहचान बन चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार, यह परंपरा न केवल मस्ती और उल्लास का प्रतीक है, बल्कि यह शहीदों के प्रति श्रद्धा और समाज में भाईचारे की भावना को भी सुदृढ़ करती है।
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