बूंदी। चुनाव प्रक्रिया में बूथस्तरीय अधिकारी (बीएलओ) निर्वाचन आयोग की आंख-कान के रूप में कार्य करें। बूथ क्षेत्र की समस्त जानकारियां अपने पास रखें तथा चुनाव प्रक्रिया के दौरान धन-बल से मतदाताओं को प्रभावित करने वाले व्यक्तियों की सूचना संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को उपलब्ध करवाएं। चुनाव निष्पक्ष, पारदर्शी एवं सजगता से हों यह सुनिश्चित किया जाए। यह बात जिला निर्वाचन अधिकारी महेश चन्द्र शर्मा ने गुरुवार को विधानसभा क्षेत्र बूंदी के एक दिवसीय बीएलओ प्रशिक्षण के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि आगामी 3 दिवस में मतदाता सूचियों का फिर से परीक्षण कर लिया जाए तथा दिव्यांग एवं 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुके मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़ने की कार्रवाई कर ली जाए। मृत एवं पलायन कर चुके व्यक्तियों के नाम नियमानुसार हटा दिए जाएं। बूथ पर उपलब्ध सुविधाओं की जांच कर पाई जाने वाली कमियों की सूचना तत्काल संबंधित रिटर्निंग अधिकारी की जानकारी में लाएं। उन्होंने कहा कि ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का गंभीरता से प्रशिक्षण लें तथा बूथ स्तर पर आमजन को जानकारी उपलब्ध करवाते हुए उनकी शंका समाधान करें। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस दौरान स्वीप एवं प्रशिक्षण अनुभाग के जिला नोडल अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार ने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से उच्च स्तरीय अधिकारियों का अधीनस्थ अधिकारियों व कार्मिकों से सीधा संवाद होने के साथ ही विभागीय आदेश-निर्देशों की बेहतर जानकारियां उपलब्ध करवाने में सुगमता होती है। प्रशिक्षण को गंभीरता से लेते हुए चुनावी प्रक्रिया को बेहतर तरीके से पूर्ण करवाएं। उपखंड अधिकारी बूंदी दिवांशु शर्मा एवं तहसीलदार बूंदी लक्ष्मीनारायण प्रजापति ने भी बीएलओ को चुनावी प्रक्रिया की जानकारी दी। स्वच्छ भारत अभियान की निरंतरा की भी जानकारियां दी गईं तथा आईईसी सामग्री उपलब्ध करवाई गई।
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