• Aapki Saheli
  • Astro Sathi
  • Business Khaskhabar
  • ifairer
  • iautoindia
1 of 1

मंत्रों की शक्ति को पहचाने ओर आस्था के साथ जाप करे-कुमुदलताजी

Recognize the power of mantras and chant with faith - Kumudlataji M.S. - Bhilwara News in Hindi

भीलवाड़ा। जीवन में मंत्रों की शक्ति को पहचाने एवं आस्था के साथ जाप कर उनकी आराधना करे। पंचम आरे में केवल ज्ञान किसी को प्राप्त नहीं हो सकता पर मंत्रों की श्रद्धा के साथ आराधना से हम अपना जीवन सुधार सकते है। ये विचार अनुष्ठान आराधिका ज्योतिष चन्द्रिका महासाध्वी डॉ. कुमुदलताजी म.सा. के सानिध्य में आध्यात्मिक चातुर्मास आयोजन समिति द्वारा सुभाषनगर श्रीसंघ के तत्वावधान में दिवाकर कमला दरबार में बुधवार को धर्मसभा में स्वर साम्राज्ञी महासाध्वी महाप्रज्ञाजी म.सा. ने व्यक्त किए। उन्होंने चातुर्मास में प्रत्येक गुरूवार को होने वाली अनुष्ठान आराधना के तहत इस बार प्रभु पार्श्वनाथ भगवान की स्तुति में होने वाली मंगलकारी उवसग्गहंर स्रोत की आराधना के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि ये आराधना किए लिए होती है ओर इसके क्या लाभ होते है। उन्होंने कहा कि ये गुरूवार उन गुरूओं के चरणों में समर्पित जो हमे ज्ञान,ध्यान ओर साधना का मार्ग बताते है ओर जीवन में अज्ञान का अंधेरा मिटा ज्ञान का दीप जलाते है। भगवान महावीर के निर्वाण के 125 वर्ष बाद आचार्य भद्रबाहुस्वामी द्वारा रचित उवसग्गहरं स्रोत नवकार महामंत्र के बाद सबसे महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है। उनकी इसकी रचना पार्श्व यक्ष की आराधना में की। शुद्ध भावों के साथ इसका जाप करने से हर प्रकार के उपसर्ग ओर संकट टल जाते है। इसका जाप सभी वर्ग के जैन धर्मावलम्बी आस्था के साथ करते है। धर्मसभा में साध्वी महाप्रज्ञाजी ने देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान जैसे देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति देकर राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत की। धर्मसभा के प्रारंभ में वास्तुशिल्पी पद्मकीर्तिजी म.सा. ने कहा कि प्रभु की वाणी संसार सागर से तिराने वाली है। धर्म के साथ जुड़कर किया जाने वाला कार्य फलदायी व सार्थक होता है। धर्म तप त्याग करके हम कर्मो का क्षय करके मुक्ति का पथ प्राप्त कर सकते है। दुःख ओर सुख एक दूसरे के साथ जुड़े है हमेशा समभाव में रहने का प्रयास करे। हमारे जीवन का लक्ष्य अपनी आत्मा का कल्याण करना होना चाहिए। विद्याभिलाषी साध्वी राजकीर्तिजी म.सा. का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। धर्मसभा में उस समय हर्ष-हर्ष,जय-जय के जयकारे गूंज उठे जब तपस्वी सुश्राविका मंजू सुराणा ने साध्वी कुमुदलताजी म.सा. के मुखारबिंद से 20 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किए।
महासाध्वी मण्डल ने उनकी तपस्या की अनुमोदना करते हुए मंगलभावनाएं व्यक्त की। तपस्वी सुश्राविका का चातुर्मास समिति की महिला मण्डल अध्यक्ष निर्मला भड़कत्या, मंत्री लाड़जी मेहता, सुभाषनगर महिला मण्डल अध्यक्ष टीना बापना,मंत्री राखी खमेसरा आदि पदाधिकारियों ने स्वागत किया। धर्मसभा में पधारे बेंगलौर से अशोक रांका, कोटा से अशोक जैन,मुंबई से खिखबचंद सांखला,चित्तौड़गढ़ से अभय नाहर, सिरकाली से पुखराज खटोड़ आदि अतिथियों का स्वागत आध्यात्मिक चातुर्मास आयोजन समिति एवं सुुभाषनगर श्रीसंघ के पदाधिकारियों ने किया।
संचालन चातुर्मास समिति के सचिव राजेन्द्र सुराना ने किया। स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य में देशभक्ति गीत प्रतियोगिता आज स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त गुरूवार को दोपहर 1.30 बजे से देशभक्ति गीत/कविता प्रतियोगिता होगी। ये प्रतियोगिता तीन आयु वर्ग 7 से 12, 13 से 21 एवं 22 वर्ष एवं अधिक उम्र वर्ग में होगी। स्वाधीनता दिवस पर 15 अगस्त को प्रवचन स्थल पर ध्वजारोहण भी किया जाएगा। कृष्ण जन्मोत्सव पर 16 अगस्त को बच्चों के लिए विशेष आयोजन होगा। इस अवसर पर एक से सात वर्ष, 8 से 15 वर्ष तक एकल एवं 15 से 25 वर्ष युगल में कृष्ण राधा बनो प्रतियोगिता होगी। प्रत्येक वर्ग में प्रथम तीन विजेताओं को पुरस्कृत करने के साथ सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

यह भी पढ़े

Web Title-Recognize the power of mantras and chant with faith - Kumudlataji M.S.
खास खबर Hindi News के अपडेट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करे!
(News in Hindi खास खबर पर)
Tags: recognize, kumudlataji, भीलवाड़ा, \r\n, hindi news, news in hindi, breaking news in hindi, real time news, bhilwara news, bhilwara news in hindi, real time bhilwara city news, real time news, bhilwara news khas khabar, bhilwara news in hindi
Khaskhabar.com Facebook Page:
स्थानीय ख़बरें

राजस्थान से

प्रमुख खबरे

आपका राज्य

Traffic

जीवन मंत्र

Daily Horoscope

वेबसाइट पर प्रकाशित सामग्री एवं सभी तरह के विवादों का न्याय क्षेत्र जयपुर ही रहेगा।
Copyright © 2025 Khaskhabar.com Group, All Rights Reserved