भरतपुर। शहद में गुणवत्ता की जांच के लिए भरतपुर में हनी टैस्टिंग लैब स्थापित करने के लिए समृद्ध भारत अभियान संस्था के निदेशक सीताराम गुप्ता ने राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया है। हनी टैस्टिंग लैब लगने के बाद मधुमक्खी पालक भी अपने शहद का प्रसंस्करण कर टैस्टिंग के बाद उचित मूल्य पर विक्रय कर सकेंगे।
गुप्ता द्वारा मुख्यमंत्री को लिए गए पत्र में कहा है कि कुछ लोग शहद में मिलावट कर बाजार में बेच रहे हैं जिससे भरतपुर के शहद की गुणवत्ता की प्रतिष्ठा पर बुरा प्रभाव पड रहा है। पत्र में कहा है कि हनी टैस्टिंग लैब स्थापित करने के लिए सरसों अनुसंधान केन्द्र की प्रयोगशाला में आवश्यक उपकरण पहले से मौजूद है। जहॉ स्थापित होने वाली हनी टैस्टिंग लैब में मधुमक्खी पालक अपने शहद की गुणवत्ता की जांच करा कर प्रापत प्रमाण पत्र के आधार पर बाजार में विक्रय कर सकेंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गुप्ता ने पत्र में यह भी कहा है कि क्षेत्र के करीब 9 लाख हैक्टेयर में बोई जाने वाली सरसो की फसल पर आधारित मधुमक्खी पालन का व्यवसाय तेजी से बढता जा रहा है और भरतपुर-डीग जिलों में औसतन 400 MT शहद का उत्पादन हो रहा है जो राज्य में सर्वाधिक है। यदि भरतपुर में हनी टैस्टिंग लैब की स्थापना होती है तो मधुमक्खी पालकों को शहद विक्रय के अधिक दाम मिलेंगे।
नोएडा के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से यूपी-एनसीआर में बढ़ेगी कनेक्टिविटी : पीएम मोदी
सोनिया गांधी और राहुल गांधी का गठबंधन जॉर्ज सोरोस के साथ था : प्रल्हाद जोशी
संसद में गतिरोध समाप्त करने के लिए उपराष्ट्रपति से मिलेंगे सत्तापक्ष और विपक्ष के नेता
Daily Horoscope