चंडीगढ़ । पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने साल 2020-21 का बजट पेश किया. बजट में इस बार न तो कोई नया टैक्स लगाया गया है और न मौजूदा टैक्स में किसी तरह की कोई राहत दी गई है. इस बार का बजट 1,54,805 करोड़ रुपये का है. पंजाब में वेतन व्यय 25,449 करोड़ रुपये से बढ़ कर 27,639 करोड़ और पेंशन व्यय 10,213 से बढ़ कर 12,267 करोड़ रुपये हो जाएगा. ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मनप्रीत बादल ने राज्य में सरकारी कर्मियों की सेवानिवृत्ति आयु 60 साल से घटा कर 58 साल कर दी है. इसके साथ ही सरकारी कर्मियों को महंगाई भत्ते की बकाया किस्त 31 मार्च तक देने की घोषणा की है ।
पंजाब की अमरिंदर सरकार का यह चौथा बजट है. बजट साढ़े 10 बजे पेश किया जाना था, लेकिन अकालियों ने उनकी कोठी का घेराव कर लिया । इस कारण मनप्रीत करीब डेढ़ घंटे देरी से विधानसभा पहुंचे. यह पहला ऐसा मौका है, जब वित्त मंत्री को विधानसभा पहुंचने से रोका गया ।
मनप्रीत ने साढ़े ग्यारह बजे बजट पढ़ना शुरू किया । इससे पहले पुलिस ने घेराव करने वाले अकाली नेताओं को गिरफ्तार कर मनप्रीत के विधानसभा पहुंचने रास्ता खुलवाया । वित्तमंत्री के समय पर नहीं पहुंच पाने के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी । जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो संसदीय कार्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा कि
अकाली दल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाए । स्पीकर के.पी. राणा ने भी कहा कि प्रस्ताव तो बनता है ।
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