चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह
की युद्ध जैसे कोविड हालाता में मदद करने की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए
सोमवार को भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ने राज्य को हरसंभव सहायता करने का
आश्वासन दिया। सेना मेडिकल स्टॉफ, अस्पताल की कर्मियों और राज्य के पुराने
ऑक्सीजन प्लांट को फिर से संचालित करने में मदद करेगी।
लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह, एवीएसएम, वीएसएम, जीओसी-इन-सी, पश्चिमी कमान ने
वरिष्ठ कमांड अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री के समक्ष एक वर्चुअल बैठक में
कोविड सुविधाओं वाले 100-बेड प्रदान करने की पेशकश की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री
ने बाद में राज्य सरकार और चिकित्सा विशेषज्ञों के शीर्ष अधिकारियों के
साथ एक अन्य समीक्षा बैठक में कहा कि सरकार सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के
जरिए मैनपॉवर और आईसीयू बेड प्रदान करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से
भी संपर्क कर रही है।
कमांड सेंटर द्वारा तकनीकी और विशेषज्ञ कवर
प्रदान किया जाएगा, लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया, कि 15
प्रशिक्षित नर्सों को पहले ही पटियाला में भेजा गया है ताकि नागरिक
कर्मचारियों का समर्थन किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने बाद में आंतरिक
समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य सरकार अपने घटते स्टॉक को पूरा करने के लिए
मेडिकल ऑक्सीजन को सुरक्षित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
बैठक
में सचिव उद्योग, आलोक शेखर ने बताया कि जालंधर और अमृतसर पिछले कुछ दिनों
से ऑक्सीजन के मोर्चे पर संकट की स्थिति का सामना कर रहे हैं।
पंजाब में रविवार को 7,000 से अधिक कोरोना मामले सामने आए।
स्वास्थ्य
और चिकित्सा कर्मचारियों के कुछ संगठनों द्वारा हड़ताल की धमकियों की
खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए, मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ऐसे लोगों
की बर्खास्तगी की जाएगी। उन्होंने, "क्योंकि हम युद्ध जैसी स्थिति में इस
तरह की बकवास बर्दाश्त नहीं कर सकते।"
--आईएएनएस
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