अमृतसर। पाकिस्तान के नरवाल जिले के करतारपुर कॉरिडोर के पास जश्न-ए-बहार उत्सव के दौरान सूफी गायक आरिफ लोहार के प्रसिद्ध गीत 'जुगनी' की गूंज के साथ ही ढोल-नगाड़ों और नृत्य शो का आयोजन किया जाएगा। यह आलोजन पाकिस्तान सरकार द्वारा 23 से 27 मार्च तक किया जाएगा, लेकिन इससे सिख धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
माना जा रहा है कि निर्धारित उत्सव करतारपुर कॉरिडोर का 'व्यावसायीकरण' करने और इसकी आय बढ़ाने के लिए पाकिस्तान सरकार का एक हताश प्रयास है। इससे पहले, इसने एक साइकिल और एक मोटरसाइकिल रैली को करतारपुर कॉरिडोर पर समाप्त होने की अनुमति दी थी।
करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण भारत और पाकिस्तान द्वारा भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के लिए पाकिस्तान के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक में एकीकृत चेक पोस्ट के माध्यम से भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 4.5 किमी दूर गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर साहिब में दर्शन करने के लिए किया गया था। दर्शन के बाद भारतीय श्रद्धालु उसी दिन वापस आ जाते हैं।
यह गुरुद्वारा सिखों के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है और अब पाकिस्तान द्वारा आयोजित सांस्कृतिक और मनोरंजन गतिविधियां सिखों के क्रोध को आमंत्रित कर सकती हैं।
परियोजना प्रबंधन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद लतीफ ने मीडिया को बताया कि जश्न-ए-बहार 23 से 27 मार्च तक करतारपुर कॉरिडोर, नरवाल में आयोजित किया जाएगा।
निर्धारित समारोह के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में पाकिस्तान दिवस समारोह, सूफी संगीत संध्या, कव्वाली नाइट, सांस्कृतिक दिवस और पारिवारिक सभा शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सूफी गायक आरिफ लोहार अन्य कलाकारों के अलावा शो के मुख्य आकर्षण होंगे।
यह उत्सव गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर साहिब के पास आयोजित किया जा रहा है। लतीफ ने कहा, "हमने ध्यान रखा है और यह सुनिश्चित किया है कि रिहात मर्यादा (धार्मिक आचार संहिता) का उल्लंघन न हो।"
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान सरकार करतापुर कॉरिडोर के रखरखाव पर प्रति माह 5 से 6 करोड़ रुपये के करीब खर्च करती है और 1,000 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्त करती है। उनके पास प्रति दिन 5,000 तीर्थयात्रियों की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता है, लेकिन कोविड-19 के प्रकोप के बाद, करतापुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन लगभग 200 से 300 रह गई है।
--आईएएनएस
मध्य प्रदेश : रातापानी अभ्यारण्य टाइगर रिजर्व घोषित, पीएम मोदी ने पर्यावरण प्रेमियों के लिए बताया अद्भुत खबर
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा पर देश के मुस्लिम संगठन चुप क्यों : शाहनवाज हुसैन
मुझे समझ नहीं आ रहा है कि किसानों से वार्ता क्यों नहीं हो रही : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
Daily Horoscope