नई दिल्ली। मेघालय की कांग्रेस सरकार ने केंद्र सरकार के खिलाफ खम ठोका है।
मेघालय एसेंबली में वध के लिए पशुओं की खरीद बिक्री पर रोक के केन्द्र के
फैसले के खिलाफ प्रस्ताव पारित कराया गया है। सोमवार को मेघालय एसेंबली के
विशेष सत्र में ये प्रस्ताव पास किया गया।
ज्ञात रहे, गत 28 मई को केन्द्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर वध के लिए
पशु मंडियों में जानवरों की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी है।
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केन्द्र के इस
फैसले को बीफ बैन से जोडकर देखा जा रहा है। इस फैसले का मेघालय ही नहीं,
अन्य कई राज्यों में भी विरोध हो रहा है। मेघालय में तो बीजेपी के कई
नेताओं ने इस्तीफा भी दे दिया है।
एसेंबली में सोमवार को इस मुद्दे पर बहस के दौरान विधायकों ने केन्द्र के
इस फैसले के खिलाफ कडी आपत्ति जताई और इस फैसले को पूर्वोत्तर के लोगों की
भावनाओं पर आघात बताया।
मेघालय में आदिवासियों और जनजाति समूहों के बीच बीफ
खाने की परंपरा है।
केन्द्र की इस अधिसूचना को लेकर पूर्वोत्तर के लोग नाराज हैं। मेघालय के
बीजेपी नेताओं ने भी पार्टी आलाकमान के खिलाफ बगावत का बिगूल फूंक दिया व
बाचू मराक और बर्नाड मराक ने ये कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि केन्द्र सरकार
आदिवासी अस्मिता के साथ खिलवाड कर रही है।
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