मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नामांकन वापसी के अंतिम दिन कुल 3,203 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस ले लिए। प्रमुख रूप से, भाजपा और कांग्रेस सहित विभिन्न पार्टियों के बागी उम्मीदवारों ने पार्टी नेतृत्व की सख्त चेतावनी के बाद चुनावी दौड़ से हटने का फैसला किया।
भाजपा और शिवसेना में सख्ती से मिली सफलता ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भाजपा ने अपने कई बागी नेताओं को मनाने में सफलता पाई। पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी, स्विक्रुति शर्मा, और विश्वजीत गायकवाड़ जैसे उम्मीदवारों ने पार्टी के निर्देश पर अपने स्वतंत्र नामांकन वापस ले लिए। शिवसेना ने भी अपने बागी धनराज महाले को वापस लेने में सफलता प्राप्त की।
कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी का प्रदर्शन
कांग्रेस के बागी नेता मुख्तार शेख और मधुरिमा राजे छत्रपति ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस लेते हुए पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों का समर्थन किया। महा विकास अघाड़ी के सहयोगियों ने भी अपने उम्मीदवारों को मना लिया, जिससे गठबंधन को चुनावी रणनीति में मजबूती मिली।
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता जरांगे-पाटिल ने भी लिया कदम पीछे
मराठा आरक्षण के लिए अभियान चला रहे मनोज जरांगे-पाटिल ने अपने समर्थित उम्मीदवारों को चुनाव से हटने का निर्देश दिया। उनका कहना था कि चुनाव केवल एक समुदाय के आधार पर नहीं लड़ा जा सकता।
इस कदम से महाराष्ट्र चुनाव में प्रमुख दलों के लिए रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है, जिससे चुनावी मुकाबला अधिक स्पष्ट और केंद्रित हो गया है।
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