रामपुर बुशहर। सरकार की बेरुखी और दूध का उचित मूल्य न मिलने से रामपुर क्षेत्र के पशुपालक खासे नाराज हैं। इसी कारण क्षेत्र में दुधारु पशुओं की संख्या दिनोदिन घटती जा रही है जिससे पशुपालन व्यवसाय पर संकट के बादल घिरने लगे हैं। गौर हो कि जो दूध पशुपालकों से बिचौलिए 10 से 12 रुपए प्रति लीटर लेते हैं, वही दूध वे बाजार में 30 से 35 रुपए प्रति लीटर उपभोक्ताओं को बेच रहे हैं। एक लीटर दूध के उत्पादन का खर्चा 28 से 30 रुपए आता है। इस तरह से दुग्ध उत्पादकों का शोषण किया जा रहा है। प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य प्रेम सिंह ध्रैक ने प्रेस वार्ता के दौरान सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने दुग्ध उत्पादकों का शोषण किया है। सरकारी क्षेत्र के उपक्रम मिल्कफेड की भूमिका भी किसानों के प्रति अच्छी नहीं रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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