चंडीगढ़। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ से शनिवार को नई दिल्ली में वियतनाम के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय के उपमंत्री तरन थान्ह नैम के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधमंडल ने मुर्राह भैंस को लेकर अपनी रुचि दिखाई। साथ ही बायो फर्टिलाइजर क्षेत्र में भी हरियाणा से सहयोग मांगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वियतनाम से आए प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उनके देश की मछली पालन व दुग्ध उत्पादन में विशिष्ट पहचान है। हरियाणा की मुर्राह भैंस की दूध देने की क्षमता के बारे में सुना है। वियतनाम चावल व कृषि क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले बायो फर्टिलाइजर भारत से आयात करता है। साथ ही उनके देश में चावल की भी अधिक मांग है। वियतनाम के उपमंत्री ने कृषि क्षेत्र से जुड़े विषयों पर चर्चा के साथ-साथ आपसी सहयोग को बढ़ावा देने की बात कही। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने बताया कि हरियाणा में बासमती की बड़े पैमाने पर खेती होती है और बड़ी मात्रा में चावल का हरियाणा से विदेशों में निर्यात भी किया जाता है।
इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा के निदेशक डीके बेहरा, उप निदेशक सुरेश गहलावत, अभिनव बाल्याण, भारत में वियतनाम के राजदूत फैम सान्ह चाऊ, वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष एवं प्रथम सचिव बुई तरूंग थोउंग, वियतनाम से अंतरराष्ट्रीय सहयोग विभाग के महानिदेशक तरन किम लोंग, कृषि प्रसंस्करण एवं व्यापार विभाग प्राधिकरण के कार्यकारी उप महानिदेशक नगुयेन क्वोक तोआन, सहकारिता एवं ग्रामीण विकास विभाग के उप महानिदेशक एन वैन खान्ह, खाद्य सुरक्षा एवं पर्यावरण डिविजन के अध्यक्ष वुओंग तरूओंग गिआंग सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहें।
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