अंबाला। किसान आंदोलन के दौरान लगी बैरिकेटिंग अब तक नहीं हटने से अंबाला के व्यापारयों का व्यवसाय चौपट हो गया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने बुधवार को मार्केट बंद कर हाइवे खोलने की मांग की है।
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किसान आंदोलन 2 के चलते हरियाणा पंजाब की सीमा पर लगते शंभू बॉर्डर को पिछले लगभग 6 महीने से बंद है। एक तरफ देश का जवान है तो दूसरी तरफ देश के किसान डटे हुए हैं। बंद पड़े इस बॉर्डर को खुलवाने के लिए आज अंबाला के व्यापारियों ने एक जुट होकर अपनी दुकान बंद रख धरने पर बैठ गए।
व्यापारियों की मानें तो उनका कहना है कि पिछले कई महीनो से शंभू बॉर्डर बंद है, जिसकी वजह से अंबाला में व्यापार पूरी तरह से ठप्प हो गया है। अंबाला शहर स्थित एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट के व्यापारियों के लिए अब खर्चा निकलना मुश्किल हो गया है, व्यापारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द बॉर्डर न खुला तो एक बड़ा कदम उठाया जाएगा जिसका खामियाज सरकार को भुगतना पड़ेगा।
व्यापारियों और किसानों के शंभू बॉर्डर खुलवाने के मुद्दे पर अब जन जागृति संगठन भी मैदान में उतर गया है। शहर में जन जागृति संगठन के संयोजक राम रत्न गर्ग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अंबाला के व्यापारियों के हालत देखते हुए संगठन ने बॉर्डर खुलवाने को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया। अब बॉर्डर खुलवाने के लिए 3 जुलाई को सांकेतिक प्रदर्शन कर डीसी को ज्ञापन देकर सरकार से बार्डर खोलने की मांग करेंगे।
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