नई दिल्ली। लगातार दस साल तक राज करने के बाद लगातार दो लोकसभा चुनाव में करारी हार झेलने वाली कांग्रेस के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मई में आए नतीजों के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। फिलहाल सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष हैं। हाल ही कांग्रेस के तीन दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश व शशि थरूर और अभिषेक मनु सिंघवी ने कुछ बातों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इससे अन्य कांग्रेसी नेताओं में विरोध के स्वर उभरने लगे हैं। बुधवार को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री वरिष्ठ नेता एम. वीरप्पा मोइली ने जयराम और थरूर पर निशाना साधा। मोइली ने जयराम और थरूर के बयानों को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध किया।
मोइली ने न्यूज एजेंस पीटीआई भाषा को दिए एक इंटरव्यू में आरोप लगाया कि जयराम संप्रग सरकार के दूसरे कार्यकाल में नीतिगत पंगुता के लिए जिम्मेदार हैं और वे कई बार प्रशासन के सिद्धांतों के साथ समझौता करने के लिए भी जिम्मेदार हैं। दूसरी ओर, थरूर अक्सर बयानबाजी करते हैं और प्रेस में जगह पाते हैं। मैं नहीं समझता कि उनके बयान को गंभीरता से लिया जा सकता है। उन्हें गंभीर राजनीतिज्ञ बनना होगा। यह हमारी अपील है।
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