इसपर प्रधान न्यायाधीश मुस्कुराए और शांत रहे। बीसीआई के अध्यक्ष ने
कहा, ‘‘हमारी बैठक का एकमात्र एजेंडा था कि हम सभी शीर्ष न्यायाधीशों से
अनुरोध करें कि वे अपने मतभेदों को समाप्त करें। यह आज (सोमवार) सुबह हुआ,
सभी न्यायाधीश मिले और मामले को सुलझाया।’’ ये भी पढ़ें - यहां कब्र से आती है आवाज, ‘जिंदा हूं बाहर निकालो’
उन्होंने कहा कि बीसीआई
केवल संस्थान के कार्य करने को लेकर चिंतित थी। अब यह सामान्य रूप से काम
कर रहा है और सभी न्यायालयों ने अपने काम शुरू कर दिए हैं।
मिश्रा
ने हालांकि चार शीर्ष न्यायाधीशों द्वारा उठाए गए मुद्दों व न्यायाधीश लोया
की मौत के मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सर्वोच्च न्यायालय पर है कि वह न्यायमूर्ति लोया के मामले को देखे, न कि बीसीआई पर।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा एकमात्र उद्देश्य न्यायपालिका की स्वतंत्रता बनाए रखना है।’’
इसबीच
केंद्र और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने
सोमवार को कहा कि राष्ट्र को सर्वोच्च न्यायालय के उन चार न्यायाधीशों का
समर्थन करना चाहिए, जिन्होंने न्याय और राष्ट्रहित के पक्ष में अपनी आवाज
उठाई है।
शिवसेना ने कहा है, ‘‘इस मुद्दे ने एक खुली बहस छेड़ दी
है कि कहीं प्रधान न्यायाधीश संवेदनशील राजनीतिक मामलों पर दबाव में तो
नहीं होते और कहीं निष्पक्ष न्यायाधीशों को उन मामलों से दूर तो नहीं रखा
जाता।’’
पार्टी के मुखपत्र सामना और दोपहर का सामना के संपादकीय में
शिवसेना ने कहा है कि चारों न्यायाधीशों के मीडिया के सामने आने के साथ ही
शीर्ष अदालत का रहस्य उजागर हो गया है और अब सभी मुक्त होकर सांस ले सकते
हैं।
अपने सहयोगी भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा है कि
इस तरह की चीजें कांग्रेस नीत संप्रग शासनकाल के दौरान भी होती थीं, तब
भाजपा और अन्य दल इस मुद्दे को बड़ी मुखरता से उठाया करते थे और लोकतंत्र व
न्यायतंत्र के खतरे का रोना रोते थे।
सेना ने कहा है कि ऐसा डर है कि देश के सामने सच को उजागर करने के लिए अब उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
शिवसेना
ने चिह्नित करते हुए कहा, ‘‘लोग, जिन्होंने इंदिरा गांधी पर न्यायतंत्र
में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था, अब वे सत्ता में हैं और संवैधानिक
पदों के विपरीत उनके कार्य जैसे यह कह रहे हैं कि इंदिरा गांधी एक ‘अत्यंत
मानवीय और लोकतांत्रिक’ नेता थीं।’’
आम चुनाव-2024 : राजस्थान में 12 सीटों पर कम हुआ मतदान, बीजेपी में बेचैनी बढ़ी, 25 में से 25 सीटें जीतना मुश्किल
अमित शाह आज राजस्थान और उत्तर प्रदेश में चुनावी रैली को करेंगे संबोधित
पाकिस्तान में बारिश का कहर, 87 लोगों की मौत, 80 से ज्यादा घायल
Daily Horoscope