नई दिल्ली। नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को कदम उठाने की जरूरत है। चाइल्ड पोर्नोग्राफी और तस्करी के लिए इंटरनेट का तेजी से इस्तेमाल होने के चलते सत्यार्थी चाहते हैं कि यूएनएससी के नेतृत्व में इस पर कार्रवाई हो और खतरे की जांच करने के लिए इंटरपोल को शामिल किया जाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भारत में बाल अधिकारों की सुरक्षा को लेकर पिछले 40 सालों से एक एनजीओ चला रहे सत्यार्थी ने कहा कि वे दो दर्जन से अधिक अन्य नोबल पुरस्कार विजेताओं के माध्यम से इस बाबत दबाव बनाने का काम कर रहे हैं। उनकी यह टिप्पणियां मीडिया में आई उन खबरों पर थी, जिनमें दावा किया गया था कि फेसबुक और गूगल जैसे प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों पर पिछले साल बच्चों के खिलाफ यौन शोषण के लाखों वीडियो और तस्वीरें देखीं गईं।
सत्यार्थी ने आईएएनएस के साथ विशेष साक्षात्कार में कहा कि पिछले दो वर्षों से दो दर्जन से अधिक नोबल पुरस्कार विजेताओं के साथ घनिष्ठ सहयोग को लेकर मैं एक नए बाध्यकारी संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन पर काम कर रहा हूं। यह सम्मेलन बच्चों के साथ किसी भी रूप से होने वाले डिजिटल दुरुपयोग को प्रतिबंधित करने के लिए है।
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