नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह में देश की सैन्य शक्ति व सांस्कृतिक विरासत के शानदार समन्वय के प्रदर्शन के साथ 69वें गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो गया।कार्यक्रम में जहां सैन्य और पुलिस के बैंड की बीट की गूंज थी वहीं सितार और बांसुरी जैसे पारंपरिक भारतीय वाद्य यंत्रों से निकलने वाली संगीत लहरियां राजपथ को भारतीय गीत-संगीत से गुंजायमान किए हुए थीं। ‘सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा’ की धुन के साथ समारोह का समापन हुआ। सेना, नौसेना, वायु सेना व पुलिस बलों के बैंड ने दो दर्जन धुनों से सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सेना व पुलिस बलों के बैंड ने ड्रम, बैगपाइपर, पाइप व अन्य वाद्ययंत्र बजाते हुए मार्च निकाला, जबकि नार्थ और साउथ ब्लाक के ऊपरी हिस्से में संगातकारों के समूह सितार, शहनाई, तबला जैसे पारंपरिक वाद्य के साथ अपनी कला का नजारा पेश करते दिखे। तीनों सेना व सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा समारोह में कुल 26 धुनें बजाई गईं जिनमें से 25 को भारतीयों ने संगीतबद्ध किया था और केवल एक पश्चिमी धुन बजाई गई। इस बार दिल्ली पुलिस के बैंड ने भी प्रस्तुति दी। बीटिंग द रिट्रीट सदियों पुरानी उस परंपरा की याद में मनाया जाता है जब सेनाएं दिन भर के युद्ध के बाद अपनी बैरक में लौटती थीं और बिगुल बजाकर इसका ऐलान किया जाता था।
लेकिन, राजपथ पर आज जिस तरह से बिटिंग रिट्रीट समारोह होता है, इसकी जड़ें 1950 के दशक के शुरुआती दिनों में पड़ी थीं जब भारतीय सेना के मेजर राबट्र्स ने बैंड की प्रस्तुतियों के साथ इस अनूठे समारोह की शुरुआत की थी। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी इस समारोह में राष्ट्रपति की बग्घी पर बैठकर आते थे। लेकिन, मौजूदा राष्ट्रपति समारोह में राष्ट्रपति के आधिकारिक वाहन मर्सिडीज बेंज लिमोजिन में बैठकर पहुंचे। समारोह में राष्ट्रपति के साथ सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी.एस.धनोआ विराजमान थे।
इनके बिल्कुल पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू बैठे थे। इनके साथ रक्षा निर्मला सीतारमण भी थीं। मोदी बैंड की धुन पर उंगलियों की थाप देते देखे गए। जो धुनें बजाई गईं, उनमें ‘वैष्णव जन’, ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ और ‘वंदे मातरम’ भी शामिल थीं। समारोह का समापन लोकप्रिय तराने ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा’ के साथ हुआ। समारोह के समापन के साथ शाम ढल गई और इसी के साथ राष्ट्रपति भवन, नार्थ और साउथ ब्लाक और संसद भवन रोशनी से जगमगा उठे। समारोह के समापन के बाद प्रधानमंत्री मोदी लोगों के साथ पिक्चर और सेल्फी लेते देखे गए।
तस्वीरें देखने के लिए आगे के स्लाइड पर क्लिक करें
कोर्ट को आप ने राजनीतिक अखाड़ा बना दिया है, भारतीय न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश : शहजाद पूनावाला
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope