गुवाहाटी । कांग्रेस महासचिव प्रियंका
गांधी वाड्रा ने यहां मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
दिल्ली की समीमाओं पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ तीन महीने से प्रदर्शन कर
रहे लाखों किसानों के साथ बात नहीं की, फिर उन्हें समस्याओं से कैसे अवगत
कराया जाएगा? असम की जनता, जो राष्ट्रीय राजधानी से बहुत दूर है।
उत्तरी असम के सोनितपुर जिले के तेजपुर में एक चुनावी अभियान की बैठक को
संबोधित करते हुए, प्रियंका ने कहा कि जब असम में लाखों लोगों ने बाढ़ के
प्रकोप का सामना किया, तो प्रधानमंत्री ने न तो राज्य का दौरा किया और न ही
किसी वित्तीय सहायता का विस्तार किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा, "न केवल बाढ़
के दौरान, जब असम के लोग सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के खिलाफ आंदोलन
कर रहे थे, प्रधानमंत्री चुप थे और दिल्ली से नहीं निकले। आप अपने संकट और
संकट के दौरान पीएम से मदद उम्मीद नहीं कर सकते।"
कांग्रेस नेता ने
सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी चुनावों के बाद अगर उनकी पार्टी असम
में सत्ता में आती है तो लोगों के लिए पांच 'गारंटी' की घोषणा की जाएगी।
ये
पांच गारंटी हैं- सीएए, पांच लाख सरकारी नौकरियों, चाय श्रमिकों के दैनिक
वेतन को मौजूदा 167 रुपये से बढ़ाकर 365 रुपये करने, 200 यूनिट तक प्रति घर
मुफ्त बिजली और 2,000 रुपये की मासिक आय का समर्थन करने के लिए एक कानून
का अधिनियमन, सभी गृहिणियों के लिए।
प्रियंका ने कहा कि विधानसभा
चुनाव से ठीक पहले भाजपा सरकार ने चाय श्रमिकों के दैनिक वेतन को बढ़ाकर
217 रुपये करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक यह नहीं दिया गया।
--आईएएनएस
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