बेटियां बोझ नहीं, हमारी आन-बान-शान : प्रधानमंत्री

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 08 मार्च 2018, 6:51 PM (IST)

झुंझुनूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर देश को दो नई सौगातें दीं। राजस्थान के झुंझुनूं की धरती से गुरुवार को ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के पूरे देश में विस्तार और राष्ट्रीय पोषण मिशन का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बेटियां बोझ नहीं हमारी आन-बान-शान होती हैं। उन्होंने कहा कि देश को कुपोषण से मुक्त करने और कन्या भ्रूण हत्या जैसी विकृति के उन्मूलन के लिए देश के हर परिवार को साथ आना होगा।

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को दी जन्मदिन की बधाई

प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में अपने सम्बोधन की शुरूआत मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं देकर की। पीएम मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत झुंझुनूं के शानदार काम की सराहना करते हुए कहा कि यहां की उपलब्धि ने मुझे आज इस धरा पर आने को मजबूर कर दिया। मैं आज इस पावन धरा की माटी को अपने मस्तक पर चढाने आया हूं।

झुुंझुनूं झुकना नहीं, जूझना जानता है


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प्रधानमंत्री ने कहा कि समाज सेवा हो या शिक्षा, दान-पुण्य हो या देश के लिए मर-मिटने की बात, युद्ध हो या अकाल, झुंझुनूं झुकना नहीं जूझना जानता है। झुंझुनूं से जो यह पुनीत काम शुरू हो रहा है उसे हमें जन आंदोलन बनाना है।

‘बेटा-बेटी एक समान’ की भावना से चलें



मोदी ने कहा कि हमारे देश में कई पीढ़ियों से विकृत मानसिकता और समाजिक बुराइयों के कारण बेटियों को जन्म नहीं लेने देने का जो सिलसिला शुरू हुआ उससे समाज में असंतुलन पैदा हुआ। उन्होंने कहा कि बेटियों को बेटों के समान जन्म लेने और शिक्षा के अवसर देने की भावना से चलेंगे तो कई पीढ़ियों में आए इस अंतर को हम आने वाली एक-दो पीढ़ियों में ही मिटा सकते हैं।

देश को करेंगे कुपोषण मुक्त


प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पेयजल एवं स्वच्छता जैसे विभागों को एक ही प्लेटफार्म पर लाकर देश को कुपोषण मुक्त बनाने की एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है। हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2022 तक देश में कुपोषण दर 38 से घटाकर 25 प्रतिशत तक लाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय पोषण मिशन पर 9 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

200 बेटियों और माताओं से किया संवाद



प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के शुरू होने के बाद पैदा हुई 200 बेटियों एवं उनकी माताओं से संवाद किया। उन्होंने नन्ही-नन्ही बच्चियों को दुलारा और उनकी बाल सुलभ शरारतों को देखकर खुश हुए। मोदी ने माताओं से संवाद करते हुए कहा कि आप इन बेटियों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने के पूरे अवसर दें।

झुंझुनूं और सीकर सहित दस जिलों के कलेक्टर सम्मानित

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पीएम मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने पर देश के दस जिलों के कलेक्टरों को सम्मानित किया। उन्होंने रायपुर (छत्तीसगढ़) की कलेक्टर शम्मी अबीदी, सीकर के कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल एवं पूर्व कलेक्टर एलएन सोनी, बीजापुर (कर्नाटक) के शिव कुमार केबी, नाॅर्थ सिक्किम के कर्मा आर बोनपो, तरनतारन (पंजाब) के प्रदीप सब्बरवाल, हैदराबाद (तेलंगाना) की डाॅ. योगिता राणा, सोनीपत (हरियाणा) के मकरंद पाण्डुरंग, अहमदाबाद की अवंतिका सिंह, झुंझुनूं कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, उधमपुर (जम्मू-कश्मीर) के रविन्द्र कुमार को सम्मानित किया।

फोटो प्रतियोगिता के विजेताओं का सम्मान


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प्रधानमंत्री ने इस अभियान के तहत आयोजित फोटो प्रतियोगिता के विजेता उधमपुर के मुकेश गौतम और राष्ट्रीय पोषण मिशन की लोगो प्रतियोगिता की विजेता गरिमा जैन को भी सम्मानित किया। इससे पहले उन्होंने सम्मानित होने वाले कलेक्टरों से संवाद किया। प्रधानमंत्री ने समारोह में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की फोटो पुस्तिका का विमोचन भी किया।


प्रधानमंत्री ने राजस्थान को चुना, यह गर्व की बात : राजे


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इस मौके पर सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि राष्ट्रीय पोषण मिशन और बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान जैसे राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों के लिए उन्होंने राजस्थान को चुना।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने महिलाओं के सशक्तीकरण का जो बीड़ा उठाया है उससे उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया है। हम मोदी के सशक्त भारत के संकल्प को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोडेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में राजस्थान अग्रणी राज्य बन गया है। राजश्री योजना हो या मेधावी बालिकाओं के लिए एक लाख रूपए देने वाली पदमाक्षी योजना, बेटियों को सशक्त बनाने के लिए हम हर वह काम कर रहे हैं जिससे राजस्थान की महिलाओं का स्वाभिमान और गौरव बढ़ा सकें।


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इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, नीति आयोग के सदस्य विनोद कुमार पाॅल, सांसद संतोष अहलावत, विधायक अशोक परनामी भी मंच पर उपस्थित थे।

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