नई दिल्ली। केरल में लगातार जारी मूसलाधार बारिश के बाद बाढ के हालात
और बिगड़ गए है। पिछले 48 घंटों से हो रही बारिश और तूफान से बाढ का कहर
जारी है। राज्य में बाढ़ के चलते 40 साल में पहली बार इडुक्की डैम के पांच
शटर खोल दिए गए हैं। राज्य में बाढ़ के चलते मरने वालों की संख्या बढक़र 29
हो गई है। इतना ही नहीं करीब 54 हजार लोगों के बेघर होने की भी खबर है।
मौसम विभाग ने एर्नाकुलम और त्रिशूर में हाई अलर्ट तो वयानड जिले में 14
अगस्त तक के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
लबालब भर
जाने के बाद इडुक्की डैम के दरवाजे खोल दिए गए। नतीजा ये हुआ कि आसपास के
कई इलाके डूब गए। एनडीआरएफ के अलावा सेना, नौसेना और वायु सेना की टीमें
लोगों को बचाने में जुटी हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह 12 अगस्त यानी रविवार
को केरल का दौरा करेंगे। सेना की कुल 8 टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी
हुई हैं। ऑपरेशन मदद के तहत सेना ने केरल के पहाड़ी इलाकों से अब तक 55
लोगों को बचा लिया है। वयानड जिले के 1964 परिवारों के 10400 लोगों को राहत
कैंपों में शिफ्ट किया गया है।
केरल के कई जिलों में बुधवार से
भारी बारिश जारी है जिस वजह से कई इलाके पानी में डूब गए हैं जबकि बांधों
में जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। बाढ़ से बुरी तरह बेहाल इंदुकी जिले
के कलेक्टर जीवन कुमार ने मीडिया को बताया कि उन्होंने लोगों को मुन्नार और
आस पास के जिलों में सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है जहां पर जलस्तर कम है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने
कहा, हमारी रेस्क्यू टीम बाढ़ से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही
है। हम मुन्नार में स्थिति राहत शिविरों में लोगों को शिफ्ट करने में मदद
कर रहे हैं क्योंकि भारी बारिश की वजह से चेरूथोनी में पानी का स्तर बढ़
गया है। और अगले कुछ दिनों में राज्य में और ज्यादा भारी बारिश होने की
संभावना है।
बारिश और बाढ़ से कन्नूर, कोझिकोड, वायनाड और मल्लपुरम
सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. एर्नाकुलम, अलापुझा और पलक्कड़ जिले भी प्रभावित
हैं। कई इलाकों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। सबसे ज्यादा 11 मौतें
इडुक्की जिले में हुई हैं। पिछले दो दिनों में दस हजार से ज्यादा लोगों को
157 राहत शिविरों में भेजा गया है। बाढ़ और बरसात के पानी की वजह से
जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। ऐसी ही एक घटना कन्नूर जिले हुई,
जहां भूस्खलन की वजह से दो मकान अचानक भरभराकर ढह गए।
ये भी पढ़ें - अजब- गजबः बंद आंखों से केवल सूंघकर देख लेते हैं ये बच्चे