मुंबईवासी दूसरे दिन भी परेशान, युवाओं के प्रदर्शन से 4 घंटे तक रेल सेवा ठप

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 20 मार्च 2018, 12:48 PM (IST)

मुंबई। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और माटुंगा रेलवे स्टेशन के बीच प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पटरियों पर से हटाकर ट्रेनों का आवागमन शुरू कर दिया गया है। हालांकि, पहले रेलवे में भर्ती से संबंधित मुद्दों को लेकर युवाओं के विरोध प्रदर्शन, पुलिस की कार्रवाई और उसके जवाब में प्रदर्शनकारी युवाओं की पत्थरबाजी के कारण मंगलवार को सेंट्रल रेलवे की उपनगरीय रेल सेवा ठप पड़ गई। प्रदर्शनकारी माटुंगा और दादर के बीच रेल की पटरी पर बैठ गए और लेट गए, जिसके चलते करीब चार घंटे तक रेलवे सेवा बाधित रही।

कैब चालकों और एप आधारित टैक्सी चालकों के द्वारा सोमवार को शुरू किए गए हड़ताल के बाद मंगलवार को इस प्रदर्शन के चलते करीब 45 लाख यात्रियों करीब 45 लाख यात्रियों को लगातार दूसरे दिन परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने प्रदर्शकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठी चार्ज किया, जिसके जवाब में उत्तेजित युवाओं ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस प्रदर्शन में पांच लोग और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। यहां तक कि स्थिति को संभालने के लिए पुलिस और रेलवे के शीर्ष अधिकारियों को घटनास्थल पर जाना पड़ा।

रेल मंत्री ने दिया ये बयान

इधर, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, रेलवे इस समय भर्तियां करने पर ध्यान दे रही है। निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रतियोगी भर्तियां करने के लिए रेलवे ने सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन्स के मुताबिक पॉलिसी तैयार की है। अप्रेंटिस कर चुके छात्रों को उम्र में भी छूट दी जा रही है। यह देश में एक बार में हुई सबसे बड़ी भर्ती होने वाली है। इसमें हर तरह के युवाओं को रेलवे जॉइन करने का मौका है। उन्होंने यह भी कहा, मैं सभी युवा दोस्तों से अपील करता हूं कि 31 मार्च से पहले-पहले जमकर आवेदन करें और भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बनें, जिससे सबको एक समान मौका मिले और सब मिलकर देश की सेवा करें।

नियमों में कोई बदलाव नहीं: सीएम फडणवीस

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा, शुरू से अधिकारियों के संपर्क में था। नियमों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अप्रेंटिस प्रशिक्षितों के लिए 20 पर्सेंट सीटें आरक्षित हैं लेकिन वे और सीटों की मांग कर रहे थे। जब ट्रेनों पर पत्थरबाजी करने लगे तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कोई भी घायल नहीं है।

अप्रेंटिस एक्ट के तहत नौकरी का प्रावधान नहीं



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सेंट्रल रेलवे ने भी बयान जारी कर रहा है, अप्रेंटिस एक्ट के तहत इन लोगों को नौकरी दिए जाने का कोई प्रावधान नहीं है। इन्हें सिर्फ एक निश्चित समय के लिए ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे ये चीजें सीख सकें और इस क्षेत्र में काम करने का अनुभव हासिल कर सकें। जबकि, रेल मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि 20 पर्सेंट सीटें डायरेक्ट भर्ती से भरी जाएंगी। इसके अलावा सेंट्रल रेलवे ने कहा, आवेदन की अंतिम तारीख से पहले ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है और सूचित कर दिया गया है कि रेलवे वर्कशॉप में काम कर चुके छात्रों का स्पेशल टेस्ट जल्द ही कराया जाएगा।

ये है युवाओं की मांग

ऑल इंडिया एक्ट अपरेटिंस एसोससिएशन (एएएएए) के कार्यकताओं ने यह विरोध प्रदर्शन किया। इस संगठन ने ऑल इंडिया रेलवे एक्ट अपरेंटिस परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के लिए सभी राज्यों में स्थानीय लोगों के लिए 20 प्रतिशत कोटा रद्द करने की मांग की। उन लोगों ने दावा किया उन्होंने अपनी मांगें रेल मंत्री पियूष गोयल के समक्ष उठाई थीं, लेकिन इस मामले में कोई प्रगति नहीं हुई। इस बीच, बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं यातायात (बेस्ट) ने यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न पड़ावों पर अतिरिक्त बसें चलाई है।

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