राजस्थानी हस्तशिल्प के सरंक्षण-संवर्धन के लिए मैं समर्पित : बीबी रशेल

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 15 नवम्बर 2017, 6:10 PM (IST)

जयपुर। भले ही मैं बांग्लादेश में जन्मी और कोलकाता में पली-बढ़ी पर आज राजस्थानी हस्तशिल्प और संस्कृति मेरे रोम-रोम में रच-बस गई है। यह कहना है ख्यातनाम बांग्लादेशी फैशन डिजाइनर बीबी रशेल का। बीबी रशेल ने बुधवार को अजमेरी गेट स्थित राजस्थली में राजस्थानी हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 10 प्रतिशत छूट अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि वे आज राजस्थानी हस्तशिल्प और हस्तशिल्पियों के संरक्षण-संवर्धन के लिए समर्पित हैं।

बीबी रशेल ने कहा कि राजस्थानी हस्तशिल्प अपने परंपरागत रंग संयोजन और कला की दृष्टि से बेजोड़ होने के साथ ही देश-दुनिया में अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं राजस्थान सरकार के साथ मिल कर प्रदेश के दस्तकारों और बुनकरों के हस्तशिल्प को संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रयासरत हैं। बीबी रशेल ने कोटा डोरिया से फैशन डिजाइनिंग को बढ़ावा दिया है और जल्द ही राजस्थानी खादी और ऊनी कपड़े के संयोजन के नए डिजाइन परिधान ला रही हैं।





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ख्यातनाम फैशन डिजाइनर बीबी रशेल ने राजस्थानी हस्तशिल्प और हस्तशिल्पियों के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सभी को मिलकर आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि बाजार की बदलती मांग और फैशन को देखते हुए परंपरागत हस्तशिल्प के परिधानों को नया डिजाइन देना होगा, जिससे बाजार में इनकी मांग और अधिक बढ़ सके। राजस्थली को हस्तशिल्पियों की पहचान स्थल बनाने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राजस्थली के नए लुक से देशी-विदेशी पर्यटकों का रुझान और बढ़ेगा और हस्तशिल्पि व बुनकर बिचौलियों के शोषण से बच सकेंगे। इस अवसर पर सचिव खादी बोर्ड अल्पा चौधरी और राजसीको के दिनेश सेठी ने बीबी रशेल को राजस्थली का भ्रमण कराया। उन्होंने बताया कि 14 से 19 नवंबर तक राजस्थली में 10 प्रतिशत की छूट दी गई है।


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