जयपुर।
राजपूत करणी सेना ने कहा है कि राजस्थान के इतिहास से छेड़छाड़ नहीं होने
दी जाएगी। राजस्थान की धरती पर गंदे सपनों की कोई जगह नहीं है। सेना का
तर्क है कि राजस्थान के वीरतापूर्ण इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
की जा सकती। करणी सेना के मुखिया लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि 16 हजार
रानियों के साथ जौहर करने वाली रानी को अलाउद्दीन के साथ दर्शाना कैसे संभव
है। अगर ऐसा होता है तो हमारा जिंदा रहने का क्या औचित्य रह जाएगा।
कालवी
ने कहा कि शुक्रवार को हुई पूरी घटना की मुख्य जड़ संजय लीला भंसाली है,
क्योंकि शूटिंग के दौरान हमारे प्रदेशाध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना अपने साथी
कार्यकर्ताओं के साथ संजय लीला भंसाली से मिलने गए थे तब भंसाली जी को
मिलने में इतनी गुरेज थी कि उन्होंने अपने गार्डों द्वारा दो बार फायरिंग
करवाई तो ऐसे में उनके साथ इस तरह की घटना होना गलत नहीं है। देश के
राष्ट्रपति, दो प्रधानमंत्री सहित सभी उस जौहर वाले स्थल पर जाते हैं। सभी
जानते हैं इस स्थान का, रानी का क्या इतिहास है। उस जौहर को पूजा जाता है।
फिर अलाउद्दीन के सपने में रानी के सीन कैसे बर्दाश्त किए जा सकते हैं। खूब
देख लिए सपने राजस्थान ने। अब बर्दाश्त नहीं होंगे। इन सपनों के चक्कर में
राजस्थान का शौर्यपूर्ण इतिहास खत्म नहीं होने देंगे। ये काल्पनिक
कहानियां बनाते जाएं और हम देखते रहें, यह कैसे संभव है। हमारा जिंदा रहने
पर भी यह तो प्रश्नचिह्न है। अब राजस्थान में ऐसा सब नहीं चलेगा। वे लिखित
में दें, क्या करेंगे क्या नहीं।
कालवी ने कहा कि फिल्म की
स्क्रिप्ट को लेकर वे एक बार पहले भी मुम्बई संजय लीला भंसाली के पास जा
चुके है तब फिल्म में रणबीर सिंह और दीपिका पादुकोण की रील लाइफ की
केमेस्ट्री को इस फिल्म सपने के द्वारा लव सीन को लेकर आपत्ति जताई लेकिन
तब भी भंसाली ने इस बात को भी नकार दिया। वही फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी
का किरदार निभा रहे रणबीर सिंह ने कुछ समय पहले कहा था कि अगर फिल्म में
दीपिका के साथ अतरंग दृश्य भी करने को मिले तो विलेन बनने में भी कोई
आपत्ति नही और आज वे ये बोल रहे है कि फिल्म में कोई लव सीन नहीं है तो इस
बात पर कहां तक विश्वास किया जाए। गौरतलब है कि इससे पहले कालवी फिल्म की
स्क्रिप्ट को लेकर दो माह पूर्व हाइकोर्ट और सेंसर बोर्ड में भी बात कर
चुके हैं।
कालवी ने कहा कि जयगढ़, वन विभाग की ओर से मंजूरी ना होने
के बाद भी जयगढ़ में किस आधार पर फिल्म की शूटिंग की गई। फिल्मों में अगर
मनोरंजन के लिए इतिहास के तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जाएगा तो ये
बर्दाश्त नही किया जाएगा।
तीन मुख्य बिंदु को हटाया जाए फिल्म से
1. फिल्म में दीपिका और रणबीर सिंह के किरदार को पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के नाम से नहीं फिल्माया जाए
2. काल्पनिक दुनिया के माध्यम से फिल्म में पद्मावती को अलाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका के रूप में न दिखाया जाए।
3. जब तक फिल्म की स्क्रिप्ट को लेकर स्पष्ट नहीं हो जाता तब तक इसका फिल्मांकन न किया जाए।
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