मोहाली।
पठानकोर्ट एयरबेस पंजाब पर 2 जनवरी को हुए आतंकी हमले को लेकर
नेश्लल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी एनआईए ने सोमवार को मोहाली की एक अदालत में
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े चार आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की। इसे अदालत ने मंजूर
करते हुए अगली कार्यवाही के लिए 09 जनवरी 2017 का दिन तय किया ।
एडीजे जज तरसेम मंगला की अदालत में एनआईए के एएसपी और सरकारी
वकील सुरिंदर सिंह सुबह के समय पेश हुए और चार्जशीट दाखिल की। अदालत
ने उनको दोपहर 2 बजे बुलाया और इसे मंजूर किया। इस मामले में अदालत ने कहा
कि इस केस से संबंधित जो भी मॉल आदि होगा वह थाना फेज 8 में जमा होगा।
चार आतंकियों को बनाया आरोपी
आरसी-03,2016,एनआईए,डीएलआई उक्त संगठन के चार प्रमुखो को आरोपी बनाया गया
है। जिनमें मोलाना मसूद अजहर संगठन प्रमुख निवासी निवासी बहावलपुर
पाकिस्तान,इसका भाई मुफती अब्दुल रऊफ अस्गर उप प्रमुख निवासी बहावलपुर
पाकिस्तान, शाहिद लतीफ लाचिंग कमांडर निवासी मोड़ अमीनाबाद गुज्जरावाल
पाकिस्तान और कासिफ जन पठानकोट हमले का मुख्य आरोपी निवासी चरसदा पाकिस्तान
शामिल है।
यह कहा चार्जशीट में-
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इस चार्जशीट में
इन चारों के अलावा इसी संगठन के नासिर हुसैन निवासी विहारी पाकिस्तान, हाफिज
अबु बकर निवासी गुज्जरावालां पाकिस्तान, उमर फारुख निवासी संघर
पाकिस्तान, अब्दुल कयाम निवासी सुक्कर पाकिस्तान का भी नाम शामिल है। पहले
चारे में से पहले 3 आरोपियो को लेकर सरकारी पक्ष रेड कार्नर नोटिस भी जारी
किया जा चुका है।
इस संगठन के तमाम कार्यकर्ता पाकिस्तान में आतंकी
ट्रेनिंग कैंप चल रहे है ताकि भारत में दहशत फैलाकर अमन कानून की स्थिति
खराब की जा सके। इस कार्यवाही को जेहाद का नाम देते हुए यह
आतंकी संगठन इस प्रयास में है कि भारत में वह दहशतगर्दी का माहौल बना सके।
इसके चलते इन्होंने 30 दिसंबर 2015 को अपने चार आतंकी नासिर हुसैन,हाफिज
अबु बकर,उमर फारुख और अब्दुल कय्यूम पंजाब भेजे । यह सभी इंडो पाक
बार्डर को जंगल के रास्ते पार कर पंजाब के जिला पठानकोट पहुंचे।
यहां
भागवल से गांव जनीआल रोड पर 31 दिसंबर 2015 की रात साढ़े 09:30 बजे एक
इनोवा टैक्सी समेत चालक इकागर सिंह हाईजैक की। इकागर का मोबाइल फोन छीनकर
इनके द्वारा साथी आतंकियो से बात की गई। फिर इनकी कार हादसाग्रस्त हो गई।
जिसके बाद इन्होंने इकागर की हत्या कर कार क्षतिग्रस्त कर दी ।
आतंकियो ने इकागर की हत्या की गई इसका प्रमाण उसकी कार से मिले कुछ प्रमाणो
का आतंकियो का डीएनए टैस्ट कराने पर हुआ। इकागर की हत्या के बाद इनके
द्वारा एसपी सलविंदर सिंह की कार छीनी गई और वारदात को अंजाम दिया।
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