हर कोई इंसान अपने पूर्वजन्म और पुनर्जन्म के बारे में जरूर सोचता है।
हालांकि यह अध्यात्म् और रहस्य का विषय है लेकिन आज के कर्मों और पूर्वजन्म
में किए कर्मों के अनुसार ही हमारी योनि तय होती है। ज्योतिषियों के
अनुसार यदि हम ऐसे कर्म करेंगे तो हमें यह योनि मिलेगी-
जिस इंसान
ने इस बार मनुष्य योनि में जन्म लिया है, यह उसके प्रारब्ध यानी कि पिछले
जन्मों के संस्कार, कर्म और गुणों से यह सौभाग्य से प्राप्त होता है। रजो
गुण वाले लोग मनुष्य की योनि की ओर जाते हैं। सात्विक गुण वाले लोग ऊपर के
लोको की और जाते हैं और जो तमो गुण प्रधान निम्न स्तरीय योनियों में भ्रमण
करते हैं।
शरीर के चिन्हों (सामुद्रिक लक्षणों) से जानें स्त्रीयों की विशेषता
मान्यता है कि जो व्यक्ति इस जन्म में परोपकारी होता हे
और दूसरों की मदद करता हे वाह व्यक्ति अगले जन्म में एक समाज सेवी,
संस्कारी और दयालु के रूप में जन्म लेता है।
इस जन्म में अगर मनुष्य धन
का लालच नहीं रखता और उदारवादी दृष्टि कोण का होता है और धन का अच्छे
कार्यो में नियोजन करते है तो अगले जन्म में उसे अनायास धन की प्राप्ति
होती है और उसे अगले जन्म में भी उस धन को अच्छे कार्य में लगाने का अवसर
प्राप्त होता है।
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यदि कोई व्यक्ति इस जन्म में आलसी होता हे और कम
समय में हो जाने वाले कार्य में रूचि लेता है तो वह अगले जन्म में अजगर की
योनि को पाता है।
काली मिर्च के दाने संवार देंगे आपकी किस्मत
जो व्यक्ति अधिक विषय वासना में डूबा रहता हे और अपनी
समस्त ऊर्जा व्यर्थ करता है, उसे अगले जन्म में मंदबुद्धि की उपाधि प्राप्त
होती है और ऊर्जा का सही से इस्तमाल भी नहीं कर पाता है।
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