कोटा। कोटा यूनिवर्सिटी में साइबर क्राइम के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार को विशेषज्ञों ने बताया कि मोबाइल कंपनियों के फ्री एप्स पर निर्भर रहना या उनका इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है। इनके जरिए सूचनाओं को हैक करके उनका दुरुपयोग किया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत तकनीकी युग में प्रवेश कर रहा है लेकिन, वर्तमान में हम ई-मेल, चेटिंग, डाटा शेयरिंग और सूचना प्राप्ति के लिए जीमेल, गूगल आदि पर निर्भर हैं। हैंकिग और सूचनाओं के दुरुपयोग की आशंका से बचने के लिए हमें डाटा स्टोरेज, डाटा ट्रांसफर व डाटा सर्चिंग के लिए इन विदेशी सर्च इंजन और फ्री एप्स पर निर्भर न हो कर स्वयं के सर्च इंजन, मेल सर्वर और एप्स डिजाइन करने होंगे।
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