वहीं डब्ल्यूएफआई के सचिव विनोद तोमर ने कहा कि महासंघ पूरी पारदर्शिता
रखते हुए चयन कर रही है। तोमर ने कहा, हमारा लक्ष्य पदक है। सुशील और बजरंग
अपने-अपने भारवर्ग में सर्वश्रेष्ठ हैं। अगर उन्हें ट्रायल्स में हिस्सा
लेना पड़ता तो उन पर मानसिक तौर पर दबाव पड़ता। इसलिए हमने फैसला किया कि
हम उन्हें सीधे क्वालीफाई करवा देंगे ताकि तमाम दिक्कतों से दूर रहकर अपनी
तैयारियों पर ध्यान दें। उन्होंने कहा, राणा को हाल ही में अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर कई मौके मिले थे लेकिन उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। ये भी पढ़ें - आपके फेवरेट क्रिकेटर और उनकी लग्जरी कारें....
एशियाई
चैम्पियनशिप में वे पहले राउंड में ही हार गए थे। एशियाई खेल, एशियाई
चैम्पियनशिप से मुश्किल होते हैं। तोमर ने कहा, सुशील दो बार ओलम्पिक पदक
विजेता हैं और भारत के सर्वश्रेष्ठ पहलवान। राणा उन्हें एक बार भी नहीं हरा
पाए हैं। वे सुशील से राष्ट्रीय और राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में हार गए
थे। वहीं अन्य फ्री स्टाइल भारवर्ग में मौसम खत्री ने सत्यव्रत कादयान को
97 किलोग्राम भारवर्ग में मात देकर एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाई किया।
पवन कुमार (86 किलोग्राम भारवर्ग) और सुमित (125 किलोग्राम भारवर्ग) ने भी
एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया है। 57 किलोग्राम भारवर्ग में
हालांकि ट्रायल्स पूरे नहीं हो पाए क्योंकि संदीप तोमर, उत्कर्ष काले और
रवि ने बराबर अंक हासिल किए और इन्हें एक बार फिर मुकाबला करना होगा। वहीं
ग्रीको रोमन में ज्ञानेंद्र (60 किलोग्राम भारवर्ग), मनीष (67 किलोग्राम
भारवर्ग), गुरप्रीत सिंह (77 किलोग्राम भारवर्ग), हरप्रीत सिंह (87
किलोग्राम भारवर्ग), हरदीप (97 किलोग्राम भारवर्ग) और नवीन (125 किलोग्राम
भारवर्ग) ने एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया।
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