नई दिल्ली । बमिर्ंघम राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में महिलाओं के 78 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतने वाली जूडोका तूलिका मान ने खुलासा किया है कि वह शुरू में समय बिताने के लिए जूडो अकादमी से जुड़ी थीं। तूलिका ने कहा, "जूडो में जाने की मेरी कोई योजना नहीं थीं, लेकिन मैं इससे जुड़ी हूं, क्योंकि मैं घर पर अकेले बोर हो जाती थीं। मैं लगभग छह या सात साल की थी, जब मैंने अपनी मां से कहा कि जब वह अपने कार्यालय जाती है तो मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा, "समय बिताने के लिए उन्होंने मुझे हमारे पड़ोस के कुछ बच्चों की तरह जूडो अकादमी में शामिल होने के लिए कहा। मैंने ऐसा किया और धीरे-धीरे अच्छा प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। कुछ पदक जीतने के बाद अकादमी के एक शिक्षक ने मुझे जूडो को गंभीरता से लेने के लिए प्रोत्साहित किया।"
15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के 75 साल पूरे होने पर हाइपरलाइव शो 'आजादी का अमृत महोत्सव' के दौरान पेशेवर रूप से जूडो खेलने की कोई योजना नहीं होने के बारे में तूलिका के खुलासे ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।
हाइपरलाइव शो के दौरान, तूलिका ने अपने प्रशिक्षण और अपनी मां के साथ संबंध के बारे में भी बात की, जिसने उन्हें अकेले ही पाला है।
तूलिका ने फाइनल में स्कॉटलैंड की सारा एडलिंगटन से हारने के बाद राष्ट्रमंडल खेलों में जूडो महिलाओं के 78 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था।
दिल्ली की 23 वर्षीय इस खिलाड़ी ने बमिर्ंघम में राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में भारत को अपना तीसरा जूडो पदक दिलाया।
उन्होंने अपने शुरूआती मुकाबले में मॉरीशस की ट्रेसी डरहोन को हराकर सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड की सिडनी एंड्रयूज को मात दी थी।
--आईएएनएस
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