नई दिल्ली। भारत के युवा पहलवान 17 से 23 सितंबर तक स्लोवाकिया में होने वाली जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक का सूखा खत्म करने के इरादे से उतरेंगे। इस टूर्नामेंट में भारत के कुल 30 पहलवान उतर रहे हैं जिसमें से 10 महिला पहलवान ग्रीकोरोमन में मैट पर अपना जौहर दिखाएंगी। भारत ने आखिरी बार 2001 में इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था। तब से कोई भी भारतीय इस टूर्नामेंट में सोने का तमगा अपने गले में नहीं डाल सका। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पिछले साल पेरिस में हुई चैम्पियनशिप में भारत के खिलाड़ी फ्रीस्टाइल और ग्रीकोरोमन के हर वर्ग में कांस्य पदक जीतने में सफल रहे थे। इससे पहले तीन साल तक भारत ने इस टूर्नामेंट में एक भी पदक नहीं जीता था। अब भारतीय खिलाडिय़ों की नजरें 17 साल का सूखा तोडऩे पर होंगी। देश को दीपक पुनिया, सचिन राठी और संदीप सिंह मान जैसे युवा खिलाडिय़ों से काफी उम्मीदें हैं।
इस मौके पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मुझे युवा प्रतिभा पर पूरा भरोसा है कि यह स्लोवाकिया में अच्छा प्रदर्शन करके लौटेंगे। टीम के कोच और खिलाडिय़ों ने काफी मेहनत की है। मैं प्रदर्शन को लेकर काफी सकारात्मक हूं। हमारा मकसद सभी भारवर्ग में अच्छा प्रदर्शन करना है। 59 किलोग्राम भारवर्ग में स्पर्धा करने वाली अंशू ने कहा, हम भारतीय टीम का हिस्सा बनकर खुश हैं।
हमारी कोशिश अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की होगी। हमने अच्छी तैयारी की है और तकनीक पर अच्छा काम किया है। हमें अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। दीपक पुनिया ने कहा, एशियन जूनियर चैम्पियनशिप में हमने अच्छा प्रदर्शन किया है। हम उस प्रदर्शन को यहां भी बरकरार रखना चाहते हैं।
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