टोक्यो| इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में मदद के लिए जापान, सेना के डॉक्टरों और नर्सो को बुला सकता है। देश के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने मंगलवार को संसद में इसकी जानकारी दी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डीपीए रिपोर्ट के अनुसार, किशी ने कहा कि उनसे टोक्यो के आयोजकों ने इस बारे में अनुरोध किया है।
ओलंपिक खेलों में दो महीने का समय शेष रह गया है और जापान में टीकाकरण का काम काफी धीमा चल रहा है। ऐसे में इस काम में गति लाने के लिए सेना टोक्यो और ओसाका के वैक्सीनेशन सेंटरों में काम शुरू करेगी।
ओलंपिक आयोजकों के अनुसार, खेलों के लिए रोजाना 230 डॉक्टर और 310 नर्सो की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अब तक 80 फीसदी मेडिकल स्टाफ उपलब्ध हो गए हैं।
जापान में कोरोना वायरस की चौथी लहर के बावजूद स्थानीय आयोजक और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ओलंपिक को कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
टोक्यो 2020 समन्वय समिति के चैयरमैन जॉन कोएट्स ने कहा कि खेलों के आयोजन तक ओलंपिक गावों के 80 फीसदी नागरिकों को वैक्सीन लग चुकी होगी।
हाल ही में क्योदो न्यूज एजेंसी द्वारा किए गए सर्वे में पता लगा था कि जापान के 72 फीसदी लोग कोरोना महामारी के कारण ओलंपिक को रद्द या स्थगित कराने के पक्ष में हैं।
--आईएएनएस
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