4 गुणा 100 मीटर रिले में 2 बार के ओलंपिक विजेता ब्लैक के नाम 100 और 200 मीटर में ओलम्पिक स्वर्ण पदक नहीं है और अब जब उनके रास्ते से बोल्ट हट गए हैं तो ब्लैक अपने गले में इन 2 स्वर्ण पदकों को डालना चाहते हैं। उन्हें हालांकि चुनौती भी मिलेगी जिसके लिए वे तैयार हैं। ये भी पढ़ें - इस मामले में पहले स्थान पर हैं चेन्नई के स्पिनर हरभजन सिंह, देखें...
टोक्यो में मिलने वाली चुनौती को लेकर 29 साल के इस धावक ने कहा, “क्रिस्टन कौलमैन, आंद्रे दे ग्रासे, इत्यादि यह सभी अच्छे हैं मुझे इन सभी के मुकाबला करना होगा होगा। मेरा शरीर अच्छा है, मेरे अंदर कुछ और साल हैं। मैं तैयार हूं क्योंकि मैं अपने शरीर का अच्छे से ख्याल रखता हूं।“
बोल्ट के रहते ब्लैक के हाथों से कई जीतें फिसल गईं। इसका उन्हें थोड़ा अफसोस भी है, “अगर आप बोल्ट को हटा दें तो मैं सबसे तेज धावक हूं। मुझे लगता है कि मैं गलत समय पर पैदा हुआ, लेकिन फिर भी मैं बहुत कुछ हासिल कर सका। वो उसेन का समय था इसमें कोई शक नहीं है। हमने उनके सामने प्रतिस्पर्धा की है। लंदन में मुझे जीतना चाहिए था लेकिन जीत नहीं पाए।“
ब्लैक ने बेशक इस बात पर अफसोस जताया कि बोल्ट के रहते वो पीछे रह गए लेकिन वो इस बात को मानने से नहीं चूके कि बोल्ट ने जमैका के एथलेटिक्स को नए आयाम दिए और उन्होंने अपनी निजी जिंदगी में बोल्ट से काफी कुछ सीखा।
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि जमैका के खिलाड़ी इस समय जितने प्रेरित रहते हैं उतने पहले रहते थे। उसेन बोल्ट जमैका और विश्वभर के एथलेटिक्स में अंतर लेकर आए। मैं उस श्रेणी में आता हूं। आप इसकी शुरुआत असाफा से कर सकते हैं। अभी मैं हूं, जमैका में अभी मेरे जैसा कोई नहीं है लेकिन मेर बाद कोई और होगा।“
ब्लेक ने साथ ही भारतीय धावकों, खासकर हिमादास की तारीफ की है और कहा है कि वह टोक्यो ओलम्पिक के बाद भारत में युवा एथलीटों को तैयार करेंगे।
कैस्पर रूड बार्सिलोना ओपन के क्वार्टरफाइनल में
'होटल भरे हुए हैं, फर्श पर सो रहे हैं': दुबई हवाई अड्डे पर फंसे दो भारतीय पहलवान
आशुतोष की पारी अविश्वसनीय : हार्दिक पांड्या
Daily Horoscope