पेरिस। अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (आईएएएफ) ने सोमवार को कहा है कि उसके खिलाडिय़ों के डाटा को फैंसी बीयर्स नाम की हैकिंग टीम से खतरा है। आईएएएफ ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, आईएएएफ का मानना है कि वह सायबर अपराध का नया पीडि़त है और उसके थेरेपेटिक यू एक्सेम्पशन (टीयूई) को जिसमें खिलाडिय़ों से संबंधित जानकारी है को खतरा है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, जनवरी ने आईएएएफ ने ब्रिटिश की सुरक्षा कंपनी से अपने तंत्र की जांच करने कहा था ताकि उसे बचाने के और बेहतर तरीके निकाले जा सकें। इस जांच से पता चला कि आईएएएफ का सर्वर फैंसी बीयर्स का नया शिकार बना है। इससे पहले विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) फैंसी बीयर्स का शिकर बना चुकी है।
आईएएएफ का मानना है कि फैंसी बीयर्स ने उसके सर्वर को गैरकानूनी तरीके से 21 फरवरी को देखा। इस दिन खिलाडिय़ों का डाटा फाइल सर्वर से निकाल कर नई फाइल में डाला जा रहा था। आईएएएफ ने साथ ही कहा कि वह हैकर्स के लगातार आक्रमण की पुष्टि नहीं करता है लेकिन उसने माना कि इससे पता चलता है कि हैकर्स उनके डाटा को चुराना चाहते हैं।
आईएएएफ ने 2012 से टीयूई में अपील करने वाले 12 खिलाडिय़ों से बात की है। उसने कहा, यह हमारी प्राथमिकता है क्योंकि जिन खिलाडिय़ों ने हमें यह जानकारी दी है उन्हें हम पर काफी भरोसा किया है। फैेंसी बीयर्स पिछले साल सितंबर से वाडा का डाटा चुराने के बाद लगातार खिलाडिय़ों की स्वास्थय जानकरी दुनिया के सामने जाहिर कर रहा है।
टिम डेविड और पोलार्ड पर BCCI ने लगाया जुर्माना
पावरप्ले में गेंदबाजी में सुधार की जरूरत : ऋतुराज गायकवाड़
MS धोनी की फिटनेस और तूफानी बल्लेबाजी देख क्रिकेट जगत हैरान
Daily Horoscope