नई दिल्ली। उभरती हुईं फर्राटा धावक हिमा दास ने इंडोनेशिया के जकार्ता में खेले जा रहे एशियाई खेलों की महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा में किए गए फाउल के लिए ज्यादा दबाव को जिम्मेदार ठहराया है। हिमा ने एशियाई खेलों में मंगलवार को 4 गुणा 400 मीटर मिश्रित टीम स्पर्धा में मोहम्मद अनस, राजीव अरोकिया, एम.आर. पूरवाम्मा के साथ मिलकर रजत पदक जीता था, लेकिन इससे पहले 200 मीटर के सेमीफाइनल में हिमा फाउल कर बैठी थीं और रेस शुरू होने से पहले ही बाहर हो गई थीं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हिमा के बाहर जाने से पूरे देश को बड़ा झटका लगा था क्योंकि वह पदक की दावेदार के रूप में जकार्ता गई थी। रेस में खिलाड़ी तब दौडऩा शुरू करते हैं जब बंदूक की आवाज आती है, लेकिन हिमा बंदूक की आवाज से पहले ही दौड़ पड़ी और इसी वजह से उन्हें बाहर कर दिया गया था। बाहर होने के बाद हिमा ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकाला और अपने घरेलू राज्य असम के दो लोगों को इसका जिम्मेदार ठहराया जिन्होंने हिमा के मुताबिक एक विवाद पैदा किया था। हिमा ने कहा, मैं बहुत ज्यादा दबाव में थी।
दो लोग मेरे खिलाफ बयान दे रहे थे। मैं यहां उनका नाम नहीं लेना चाहती, लेकिन उन्हीं के कारण मैं दबाव में आई और मेरा प्रदर्शन प्रभावित हुआ। उन्हीं के कारण मैं 200 मीटर रेस में फाउल कर बैठी। उन्होंने कहा, किसी भी खिलाड़ी को इस तरह के दबाव से नहीं गुजरना चाहिए। मुझे ऐसा लगा कि मैंने कुछ किया है। आपसे प्रार्थना है कि यह सब विवाद बंद कीजिए। भविष्य में कई खिलाड़ी निकलने वाले हैं।
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