ट्यूनीशिया की सबसे बड़ी कमजोरी टीम में सुपरस्टार का ना होना है जो टीम की
जीत का नेतृत्व कर सके। टीम में स्थानीय खिलाडिय़ों की भरमार हैं। लेकिन
मिडफील्डर यूसीफ मसाकनी और ट्यूनीशिया लीग के सर्वोच्च स्कोरर ताहा यासिन
खेनिसी के न होने से टीम को झटका लगा है। डिफेंडर सियाम बेन यूसीफ से टीम
को काफी उम्मीदें होंगी जो एक मीटर लंबे हैं। ये भी पढ़ें - T20 सीरीज : टीम इंडिया में रैना की वापसी, इन 5 की छुट्टी
14 जून से शुरू होने जा रहे
टूर्नामेंट में ट्यूनीशिया को बेल्जियम, पनामा और इंग्लैंड के साथ ग्रुप जी
में रखा गया है। टूर्नामेंट में टीम को अपना पहला मुकाबला 18 जून को
इंग्लैंड के खिलाफ खेलना है। वहाबी खजरी की कप्तानी वाली ट्यूनीशिया में 23
में से 22 खिलाड़ी मुस्लिम हैं। लेकिन मीडिया में ऐसी भी खबरें आ रही हैं
कि ये खिलाड़ी रोजा खोलने के लिए नए बहाने बना रहे हैं।
खबरों के मुताबिक,
जैसे ही रोजा खोलने का वक्त आता है तो गोलकीपर चोटिल हो जाता और खिलाड़ी
ब्रेक के समय रोजा खोलते हैं। हालांकि यह देखना होगा कि टीम पर इसका कितना
मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है।
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