नई दिल्ली । लामिन यमल के दो गोल की मदद से स्पेन ने स्टटगार्ट में खेले गए रोमांचक सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ 5-4 से जीत दर्ज की। इसी के साथ स्पेन ने नेशंस लीग के फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
स्पेन लगातार तीसरी बार नेशंस लीग के फाइनल में पहुंचा है। टीम पिछले 12 नेशंस लीग मुकाबलों से (8 जीत, 4 ड्रॉ) में अजेय है। अब ये टीम फाइनल में पुर्तगाल से भिड़ेगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
स्पेन ने मुकाबले की शानदार शुरुआत की। फ्रांस ने गेंद को अपने पास रखा और स्पेन की रक्षापंक्ति को भेदने की कोशिश की।
मुकाबले के 22वें मिनट स्टार खिलाड़ी लामिन यमल ने बॉक्स में ओयारजाबल को पास दिया। ओयारजाबल ने डिफेंडर्स को चकमा देते हुए गेंद निको विलियम्स को दी, जिन्होंने गेंद को नेट के ऊपर से मारते हुए मुकाबले का पहला गोल दागा।
इसके तीन मिनट बाद (25वें मिनट) मिकेल मेरिनो और ओयारजाबल ने गेंद तेजी से एक-दूसरे को पास की और मेरिनो ने गेंद को बॉक्स के अंदर डाल दिया।
मुकाबले के 54वें मिनट यामल ने पेनल्टी को गोल में बदलकर स्कोर 3-0 कर दिया और एक मिनट बाद पेड्री ने चौथा गोल दाग दिया।
यहां तक स्पेन के पास 4-0 से शानदार लीड थी, लेकिन 59वें मिनट में फ्रांसीसी कप्तान किलियन एम्बाप्पे ने आगे बढ़कर गोल किया। इसी के साथ फ्रांस ने आखिरकार अपना खाता भी खोल लिया।
हालांकि, स्पेन ने अपना नियंत्रण बनाए रखा और 67वें मिनट यमल ने फिर से गोल दागकर स्कोर को 5-1 कर दिया।
63वें मिनट में दोनों टीमों ने बदलाव किए। फ्रांस ने कालुलु, डोए और ओलिसे की जगह बारकोला, गुस्टो और चेर्की को मैदान में उतारा गया, जबकि स्पेन ने विलियम्स और पेड्री की जगह रुइज और ओल्मो को मैदान में उतारा।
79वें मिनट रेयान चेर्की ने काइलियन एमबाप्पे की मदद से गोल दागकर स्कोर 5-2 से कर दिया। 84वें मिनट में दानी विवियन के गोल दागकर स्पेन को चौंका दिया। इसके बाद 90+3 मिनट में एक और मौका मिला जब रैंडल कोलो मुआनी ने चेर्की के सटीक क्रॉस को हेडर से गोल में बदला और स्कोर 5-4 हो गया।
स्पेन के कोच लुइस डे ला फुएंते ने जीत के बाद कहा, "मैं खुश हूं। जब आज की तरह दो बेहतरीन टीमें आमने-सामने होती हैं, तो यह सामान्य बात है कि हर टीम अपने पलों का भरपूर फायदा उठाती है। हमें हर गेम से सीखने और खेल को सकारात्मक नजरिए से देखने की जरूरत है।"
'प्लेयर ऑफ द मैच' यमल ने कहा, "जब इस तरह की दो बेहतरीन टीमें खेलती हैं, तो आप कई बार बहुत सारे गोल देखते हैं। वे आपको अंत तक परेशान करेंगे, लेकिन हमने जो गलतियां कीं, उसके बावजूद हम फाइनल में पहुंचे। हम जानते थे कि हम क्या करना चाहते हैं। हम इतिहास बनाना चाहते थे। जब आप जीत रहे होते हैं, तो सबसे बड़ी बात जीतते रहना है।"
--आईएएनएस
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