दूसरे हाफ में दोनों टीमों की कोशिश जारी थीं, लेकिन 51वें मिनट में पुणे
को एक झटका लग गया। मार्कोस को येलो कार्ड दिखाया गया। इसके तुरंत बाद वह
चोट के कारण मैदान से बाहर चले गए और उनके स्थान पर पुणे के कोच रैंको
पोपोविक ने बलजीत सिंह को उतारा। बलजीत ने 61वें मिनट में एक शानदार क्रॉस
मारा जो बाहर चला गया। इस मैच में संघर्ष कर रही चेन्नयन ने 66वें मिनट में
बड़ा बदलाव किया और कोच ने मेहेलिक के स्थान पर राफेल अगस्तो को मैदान पर
उतारा। ये भी पढ़ें - सिर्फ कंगारू क्रिकेटर वाटसन ने किया है यह कमाल, ये हैं टॉप...
पुणे को 81वें मिनट में एक और मौका मिला। जैरी ने गलती से करणजीत को
पास दे दिया जहां कार्लोस ने मौके को भांपा और गोल करना चाहा, लेकिन
करणजीत ने चुस्ती दिखाते हुए गेंद को क्लीयर कर दिया। अंतिम 15 मिनट में
चेन्नयन के खेमे में उत्साह देखा गया और इसी बीच 83वें मिनट में ग्रेगोरी
नेलसन ने चेन्नयन को एक गोल की बढ़त दिला दी जो निणार्यक साबित हुई।
थोई
सिंह मैदान के ठीक बीच से गेंद अपने कब्जे में ली और उसे अगस्तो के हवाले
कर दिया। अगस्तो ने देखा की नेलसन दाईं ओर से पेनल्टी बॉक्स में घुस रहे और
इसी बीच उन्होंने गेंद नेलसन को थमा दी। नेलसन ने गुरतेज को छकाते हुए
गेंद को नेट में डाल दिया। अपनी टीम को तीन अंक दिलाने वाले इस गोल से
मेजबान टीम के प्रशंसक खुशी से झूम गए।
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