मॉस्को। रूस के खिलाफ फीफा विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया की
जीत में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले गोलकीपर डेनिजेल सुबासिक का कहना है
कि वे हार नहीं मानना चाहते थे। रूस के खिलाफ खेले गए मैच में सुबासिक को
मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या हुई थी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने
क्रोएशिया के लिए संघर्ष जारी रखा। विश्व कप टूर्नामेंट में अपने शानदार
प्रदर्शन के साथ सुबासिक पेनल्टी शूटआउट में चार गोल रोकने वाले गोलकीपरों
में हेराल्ड स्कुमाचेर और सर्गियो गोयोचेया के साथ शामिल हो गए। ये भी पढ़ें - T20 सीरीज : टीम इंडिया में रैना की वापसी, इन 5 की छुट्टी
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फीफा डॉट कॉम को दिए बयान में सुबासिक ने कहा, इस मैच से पहले मैंने अभ्यास
के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव महसूस किया था। मेरे फीजियो ने मेरे
पैरों की मालिश की और मुझे खेलने के काबिल बताया। सुबासिक ने कहा, बाद में
मुझे एक बार फिर दर्द महसूस हुआ, लेकिन मैं हार नहीं मानना चाहता। मैं
जानता था कि कोच को दूसरे गोलकीपर की जरूरत थी, लेकिन पहले हाफ के बाद
ब्रेक के दौरान मुझे थोड़ी मदद मिली और मैं एक बार फिर ऊर्जावान महसूस करने
लगा।
गोलकीपर सुबासिक ने कहा कि आपका सीजन लंबा होता है, लेकिन फुटबॉल
विश्व कप में खेलने का मौका आपको केवल एक ही बार मिलता है। ऐसे में हार
मानने का कोई सवाल ही नहीं बनता। इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार को खेले जाने
वाले सेमीफाइनल मैच के बारे में सुबासिक ने कहा, इंग्लैंड के खिलाड़ी
शानदार हैं। उनमें कई युवा खिलाड़ी भी हैं। हमारे लिए यह एक अन्य मुश्किल
मैच होगा और एक बड़ी चुनौती भी।
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