वहीं स्पेन चौथी बार विश्व कप फाइनल में पहुंचा है, हालांकि इससे पहले तीनो
मौकों पर वह जीत हासिल नहीं कर सका था। इससे पहले वह 1991 में घाना से और
2003 में ब्राजील से 0-1 के अंतर से हार गया था। 2007 में नाइजीरिया ने उसे
हराया था। 1997 और 2009 में वह तीसरे स्थान पर रहा था। अपने पहले खिताब के
सपने को लेकर मैदान पर उतरी स्पेन ने दूसरे मिनट में ही गोल करने का मौका
बनाया।
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रुइज ने दाईं छोर से गेंद को गोलपोस्ट में डालना चाहा, लेकिन वह
असफल रहे। माली ने भी नौवें मिनट में गोल करने की कोशिश की। वह भी असफल
रही। माली के डिफेंस की गलती के कारण ब्राजील को पेनाल्टी मिली जिसे रुइज
ने गोल में तब्दील करते हुए अपनी टीम का खाता खोला। हाफ टाइम के बाद स्पेन
ने अपनी बढ़त को दोगुना कर लिया।
गोमेज ने रुइज को पास दिया जिसे उन्होंने
पहले प्रयास में नेट में डाल स्कोर 2-0 कर दिया। माली ने हालांकि 62वें
मिनट में बराबरी कर ली थी। चेट ओयुमार डोउकोरे ने गेंद को नेट में डाल दिया
था, लेकिन रेफरी ने इसे गोल करार नहीं दिया। टोरेस ने गोमेज के पास को
गोलपोस्ट में डालते हुए स्कोर 3-1 कर दिया और स्पेन आसानी से चौथी बार
फाइनल में जगह बना पाने में सफल रहा।
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