नई दिल्ली। श्रीलंका क्रिकेट का सितारा इन दिनों गर्दिश में है। पिछले कुछ वर्षों में कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने व तिलकरत्ने दिलशान जैसे दिग्गजों के संन्यास लेने के बाद से ही श्रीलंकाई टीम संक्रमण काल से गुजर रही है। श्रीलंका के वनडे प्रदर्शन में 2015 विश्व कप के बाद से लगातार गिरावट आई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उसे इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में हार झेलनी पड़ी और बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू सीरीज में ड्रा से संतोष करना पड़ा था। वह पिछले महीने इंग्लैंड की मेजबानी में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में भी ग्रुप चरण से बाहर हो गया था। अब आईसीसी रैंकिंग में 11वें नंबर की टीम जिम्बाब्वे ने श्रीलंका को उसके ही घर में वनडे सीरीज में 3-2 से हरा दिया।
इस बीच एक और खबर है जिससे श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (एसएलसी) की फजीहत हुई है। बोर्ड की ग्राउंड स्टाफ से बदसलूकी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। हालांकि, खबर वायरल होने के बाद बोर्ड ने दुव्र्यवहार के लिए माफी मांग ली और स्टाफ को मुआवजा देने का भी ऐलान किया।
दरअसल बोर्ड ने जिम्बाब्वे के खिलाफ सोमवार को अंतिम वनडे खत्म होने के बाद अपने ग्राउंड स्टाफ को पैंट उतारकर वापस लौटाने को कहा। बोर्ड अधिकारियों ने कहा कि पैंट वापस लौटाने के बाद ही उन्हें मेहनताना मिलेगा। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
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