जोहानसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस का मानना है कि अगर टेस्ट क्रिकेट में टॉस नहीं होता और उनकी टीम को बतौर बाहरी टीम पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिलता तो फिर उनकी टीम भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी। दक्षिण अफ्रीका को हाल में भारत दौरे पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इनमें से दो में से तो उसे पारी की जबरदस्त हार झेलनी पड़ी थी। डु प्लेसिस के इस बयान पर क्रिकेट प्रशंसकों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया है। क्रिकइंफो ने डु प्लेसिस के हवाले से लिखा, हर टेस्ट मैच में वो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला ले लेते थे और उसके बाद 500 रन बनाकर शाम को (अंधेरे में) पारी घोषित कर देते थे और शाम को जल्दी से तीन विकेट ले लेते थे।
इस कारण अगली सुबह टीम दबाव में आ जाती थी। हर मैच में यही कहानी दुहराई जा रही थी। उन्होंने कहा, यदि टेस्ट क्रिकेट से टॉस को हटा दिया जाए तो फिर विदेशी टीमों के पास अच्छा करने मौका होगा। दक्षिण अफ्रीका में हम हरी पिच पर खेलने को तैयार हैं।
ब्रिस्बेन टेस्ट : शार्दूल-सुंदर ने दिखाया दम, आस्ट्रेलिया को 54 रनों की बढ़त
1947-48 में दत्तू फडकर और अब वॉशिंगटन सुंदर
पिच पर दरार से नहीं, काबिलियत से इन-कटर फेंकते हैं सिराज : सचिन
Daily Horoscope