कोलकाता। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि महिला टी20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में मिताली राज को शामिल नहीं किए जाने के फैसले से वे हैरान नहीं हैं। लगातार दो अर्धशतक बनाने के बावजूद मिताली को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए लीग मैच और फिर इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मैच में से बाहर बैठाया गया और इस मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गांगुली ने यहां टॉलीगंज क्लब में कहा कि टीम की कप्तानी करने के बाद भी मुझे बाहर बैठना पड़ा है। जब मैंने मिताली को बैंच पर बैठे देखा तो मैंने कहा ग्रुप में आपका स्वागत है। गांगुली ने ग्रेग चैपल के समय खुद का उदाहरण देते हुए कहा, कप्तानों को बाहर बैठने के लिए कहा जाता है, तो आप ऐसा ही करें। मैंने पाकिस्तान दौरे पर फैसलाबाद में ऐसा ही किया था। उन्होंने कहा, जब मैं वनडे में सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में था तब मैंने 15 महीने तक वनडे क्रिकेट नहीं खेला था।
जीवन में ऐसा होता रहता है। उन्होंने कहा कि मिताली के लिए यह दुनिया का अंत नहीं है। पूर्व कप्तान ने कहा, आपको हमेशा याद रखना चाहिए कि आप सबसे अच्छे हैं क्योंकि आपने कुछ किया है और फिर एक मौका है। इसलिए, मिताली को बैंच पर बैठने के लिए कहे जाने से मैं निराश नहीं हूं। उन्होंने साथ ही कहा, लेकिन मैं सेमीफाइनल में भारतीय टीम की हार से निराश हूं क्योंकि मैंने सोचा था कि यह टीम लंबा रास्ता तय करेगी।
ऐसा होता रहता है क्योंकि जिंदगी में इसकी कोई गारंटी नहीं है। आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। गांगुली से महेंद्र सिंह धोनी के बारे में भी पूछा गया जो पिछले कुछ समय से अच्छे फॉर्म में नहीं हैं और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई भरतीय टी20 और वनडे टीम हिस्सा नहीं हैं।
एशियाई खेल - अन्नू रानी ने किया सीज़न का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, भालाफेंक में स्वर्ण पदक जीता
विथ्या रामराज ने 400 मीटर हर्डल्स में जीता ब्रॉन्ज
जयपुर जागुआर्स ने रियल कबड्डी सीजन 3 का खिताब जीता
Daily Horoscope