मुंबई। मयंक अग्रवाल को इंग्लैंड एंड वेल्स में हुए विश्व कप के दौरान ऑलराउंडर विजय शंकर के चोटिल होने पर टीम में शामिल किया गया था। उस समय सभी को लगा कि टीम प्रबंधन अग्रवाल को भविष्य में भारत की वनडे टीम के हिस्से के रूप मे भी देख रहा है, लेकिन विंडीज दौरे के लिए चुनी गई वनडे टीम में सलामी बल्लेबाज को शामिल न करके चयनकर्ताओं ने सभी को हैरत में डाल दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विश्व कप के दौरान सबसे पहले ऋषभ पंत को चोटिल हुए सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के स्थान पर टीम में शामिल किया गया और फिर शंकर के चोटिल होने पर मयंक को टीम के साथ जोड़ा गया। मुख्य चयनकर्ता एम.एस. के प्रसाद ने कहा कि उन्होंने टीम प्रबंधन की मांग के मुताबिक कार्य किया।
प्रसाद ने कहा, ‘‘सीरीज के बीच में मैं संवाददाता सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेता हूं जिसने कई अफवाहों को जन्म दिया। जब धवन चोटिल हुए तब हमारे पास लोकेश राहुल के रूप में तीसरा सलामी बल्लेबाज मौजूद था। हमारे पास एक बाएं हाथ का बल्लेबाज नहीं था तो टीम प्रबंधन ने उसकी मांग की और हमारे पास पंत के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। कई लोगों को हैरानी थी कि सलामी बल्लेबाज की जगह मध्यक्रम के बल्लेबाज को क्यों बुलाया गया और फिर विजय शंकर की जगह एक सलामी बल्लेबाज को।’’
प्रसाद ने कहा, ‘‘जब शंकर चोटिल हुए उसके बाद एक मैच में राहुल भी बाउंड्री के पास गिर गए इसलिए हमारे सामने एक मेडिकल इमर्जेंसी आई कि वो खेलना जारी रख पाएंगे या नहीं। उस समय लिखित में सलामी बल्लेबाज की मांग की गई और हम मयंक की तरफ गए।’’
वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत को दो टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी-20 मैच खेलने हैं।
(आईएएनएस)
पूरे साल की मेहनत का नतीजा था खिताब : मंधाना
दिल्ली कैपिटल्स के नए खिलाड़ी आईपीएल 2024 में खेलने के लिए उत्सुक
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज स्थगित की
Daily Horoscope