नई दिल्ली । महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को लगता है कि भारत को स्पोर्टिग पावरहाउस के रूप में विकसित करने के लिए जमीनी स्तर पर जुड़ाव जरूरी है। तेंदुलकर ने अपोलो टायर्स स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव में कहा, "किसी भी देश को एक खेल शक्ति बनने के लिए, एक खेल संस्कृति का होना बहुत जरूरी है। भारत में, जबकि हम खेल देखना पसंद करते हैं। हम वास्तव में खेल खेलना पसंद नहीं करते हैं। इसलिए, यह परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण है और यह जमीनी स्तर से शुरू करने की जरूरत है।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस महान बल्लेबाज ने कहा कि स्कूल स्तर पर खेलों को अनिवार्य किया जाना चाहिए और बच्चों को जो पसंद हो उसे खेलने दिया जाना चाहिए।
तेंदुलकर ने कहा, "यह विशेषज्ञों को शुरुआती चरण में प्रतिभा की पहचान करने में भी सक्षम करेगा। हम अनिवार्य रूप से एक फिटर और स्वस्थ भारत के निर्माण पर विचार कर रहे हैं जो हर चीज में अच्छा प्रदर्शन कर सके।"
भारत के पूर्व कप्तान ने कहा कि एक बार बच्चे की पहचान हो जाने के बाद अगला कदम एक अच्छा खेल बुनियादी ढांचा, उचित मार्गदर्शन, प्रशिक्षण शिविर आदि सुनिश्चित करना चाहिए।
तेंदुलकर ने आगे बताया, "अगर बच्चा जो खेलता है उससे प्यार करता है और उसे आगे बढ़ाना चाहता है, तो वह अगले नीरज चोपड़ा हो सकते हैं, जो भालाफेंक में मौजूदा ओलंपिक चैंपियन है। हमारे एथलीटों को जश्न मनाने की जरूरत है और मैं केवल उनके ही बारे में बात नहीं कर रहा हूं जिन्होंने पदक जीते हैं। भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले हर व्यक्ति का जश्न मनाया जाना चाहिए।"
क्रिकेट के महान खिलाड़ी ने कहा कि भले ही भारत सही रास्ते पर है, लेकिन देश को 'स्पोर्ट्स पावर' में बदलने के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है।
--आईएएनएस
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