मुख्य कोच रवि शास्त्री की अध्यक्षता वाले भारतीय टीम प्रबंधन ने प्रशासकों
की समिति (सीएओ) को बताया है कि दिन-रात टेस्ट की तैयारी के लिए टीम को कम
से कम 18 महीने का समय चाहिए। अपनी कप्तानी में वर्ष 2015 में ऑस्ट्रेलिया
को विश्व चैंपियन बना चुके क्लार्क ने कहा कि यदि भारत दिन में खेलता है
तो विकेट फ्लैट होता है और गेंद अधिक टर्न करती है। ये भी पढ़ें - वनडे में इस उपलब्धि से सिर्फ दो कदम दूर हैं विराट कोहली, देखें...
लेकिन, रात में गेंद
स्पिन नहीं होती है और विकेट में अधिक गीलापन देखने को मिलता है। इसलिए मैं
समझ सकता हूं कि वे दिन-रात टेस्ट क्यों नहीं खेलना चाहते हैं। पूर्व
कप्तान ने दिन-रात टेस्ट प्रारूप का समर्थन करते हुए कहा कि भविष्य में इसे
देखने के लिए अधिक से अधिक दर्शक देखने आएंगे।
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